किसानों की चेतावनी- कृषि कानून पर 4 को कोई हल नहीं निकला तो संघर्ष होगा तेज
दिल्ली, भारत। दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शनकारी किसान जमे हुए हैं। सरकार के साथ किसान नेताओं की कई दौर की बातचीत होने के बाद भी कानून वापसी और एमएसपी पर फंसा पेंच सुलझाने का नाम नहीं ले रहा है। किसान आंदोलन का आज 37वां दिन है, इस दौरान आज नए साल पर किसानों ने चेतावनी दी है।
किसानों का संघर्ष होगा तेज :
दरअसल, किसानों ने ये चेतावनी दी है कि, कृषि कानून रद्द के लिए अगर 4 जनवरी को कोई हल नहीं निकलता तो आने वाले दिनों में संघर्ष तेज़ होगा। किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के सुखविंदर सिंह सभरा ने बताया, "तीन कृषि कानून रद्द होने चाहिए, अगर 4 जनवरी को इसका कोई हल नहीं निकलता तो आने वाले दिनों में संघर्ष तेज़ होगा।"
बता दें कि, मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर एक महीने से भी ज्यादा समय से तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग को पूरा करने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, किसानों के साथ सरकार की कई दौर की वार्ता हो चुकी है और बीते 30 दिसंबर, 2021 को ही किसान नेताओं की सरकार केे साथ सातवें दौर की बैठक हुई थी।
आखिर क्या है मामला ?
दरअसल बात ये है कि, केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों की मांग है ये कानून रद्द किया जाए। तो वहीं, सरकार का कहना है कि, कृषि कानूनों में संशोधन हो सकता है, कानून बनने के बाद रद्द नहीं हो सकता और किसान सरकार की ये बात मानने को तैयार नहीं है और एक महीने से भी ज्यादा समय से दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
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