Unlock के लिए सरकार ने बनाया नियम- अब इस नियम के तहत शहर होगा अनलॉक

Unlock को लेकर केंद्र सरकार की ओर से नियम तय किया गया है और बताया कब किस जिले में अनलॉक शुरू किया जाए। साथ ही अनलॉक को लेकर ICMR डायरेक्टर ने 3 तरीके सुझाए हैं...
Unlock के लिए सरकार ने बनाया नियम- अब इस नियम के तहत शहर होगा अनलॉक
Unlock के लिए सरकार ने बनाया नियम- अब इस नियम के तहत शहर होगा अनलॉकSyed Dabeer Hussain - RE

Unlock : देशभर में महामारी कोरोना के प्रचंड रूप को देखते हुए कई राज्‍यों में लॉकडाउन व कर्फ्यू लगाया गया, ऐसे में अब धीरे-धीरे अनलॉक की ओर कदम बढ़ाएं जा रहे हैं। इस बीच केंद्र सरकार की ओर से अनलॉक की प्रक्रिया के बारे में अहम जानकारी दी गई है।

सरकार ने तय किया अनलॉक का नियम :

दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर के कमजोर होने और आशंकित तीसरी लहर के बीच केंद्र सरकार की ओर से अनलॉक का नियम तय किया गया है, जिसमें साफ कहा गया है- कम से कम एक हफ्ते तक पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से कम हो और कुल आबादी के करीब 70 फीसदी लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका हो। इसके साथ ही कोविड प्रोटोकॉल्स का भी सख्ती से पालन किया जाए। इसके बाद ही जिलों में अधिकतर पाबंदियों में छूट दी जाए।

अनलॉक को लेकर ICMR के डायरेक्टर का कहना :

अनलॉक को लेकर ICMR के महानिदेशक और भारत के कोविड -19 टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. बलराम भार्गव ने भी इस बात पर जोत देते हुए कहा-

जहां अनलॉक किया जा रहा है, वहां पॉजिटिविटी रेट 5% से कम हो, 70% आबादी को टीका लग गया हो और कोरोना उपयुक्त व्यवहार के लिए समुदाय स्तर पर जागरूकता हो।

डॉ. बलराम भार्गव

लॉकडाउन को खोलने के लिए डॉ. भार्गव के सुझाव :

हेल्थ मिनिस्ट्री की ब्रीफिंग के दौरान ICMR के डायरेक्टर जनरल डॉ. बलराम भार्गव ने लॉकडाउन को खोलने के लिए तीन-सूत्रीय मानदंड का सुझाव दिया-

  • एक सप्ताह में पॉजिटिविटी रेट 5% से कम, 70% संवेदनशील आबादी का टीकाकरण और कोविड से बचने के उपयुक्त व्यवहार को लेकर कम्युनिटी में जागरूकता।

  • तीसरी लहर को रोकने के लिए यह जरूरी होगा कि, जिन जिलों में 5% से कम पॉजिटिविटी रेट है, उन्हीं जिलों को थोड़ा और बहुत धीरे-धीरे अनलॉक किया जाए। ऐसे जिलों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि, वहां अतिसंवेदनशील आबादी को कम से कम 70% टीका मिला है। अगर यह लक्ष्य हासिल नहीं किया गया है, तो पहले उनका टीकाकरण करना चाहिए और फिर अनलॉक करना चाहिए।

  • जिला स्तर पर कोरोना से रोकथाम के उपाय 'टिकाऊ समाधान' नहीं हैं और इसलिए व्यवस्थित रूप से अनलॉक करने के लिए एक तंत्र की आवश्यकता है। हमें लॉकडाउन को बहुत धीरे-धीरे खत्म करना होगा और अनलॉक करना होगा। प्रतिबंधों को धीरे-धीरे उठाने से राज्य कोविड -19 मामलों में बड़े पैमाने पर वृद्धि को रोकने में सक्षम होंगे, मगर प्राथमिकता अभी भी टीकाकरण बनी हुई है।

डॉ. बलराम भार्गव ने कहा- हम कोरोना की घातक दूसरी लहर के बीच में हैं, हालांकि यह अब खत्म हो रही है। आंकड़ों पर नजर डालें तो अप्रैल के पहले सप्ताह में हमारे पास 200 से भी कम जिले थे, जिनमें 10% से ज्यादा संक्रमण दर था। अप्रैल के अंतिम सप्ताह में 600 जिलों में 10% से अधिक पॉजिटिविटी रेट था। आज देश में 239 जिले हैं जिनमें 10% से अधिक संक्रमण दर रेट है। 145 जिलों में 5% से 10% पॉजिटिविटी रेट है और 350 जिलों में 5% से भी कम संक्रमण दर है] इसलिए हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

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