Bhopal : सीबीएसई के रीजनल कार्यालय में भटके पालक, गेट बंद करने का आरोप

भोपाल, मध्यप्रदेश : रीजनल कार्यालय के प्रबंधन ने अभिभावकों के आरोपों को बताया पूरी तरह गलत। माइग्रेशन और टीसी पर काउंटर साइन करवाने अभिभावकों के साथ पहुंचे थे बच्चे।
गूगल पर उतार रहे अभिभावक अपना गुस्सा
गूगल पर उतार रहे अभिभावक अपना गुस्साSyed Dabeer Hussain - RE

भोपाल, मध्यप्रदेश। मप्र में पढ़ने वाले सीबीएसई स्कूलों के बच्चों और उनके परिजनों को भागदौड़ की परेशानी से बचाने की मंशा विपरीत दिशा में चल रही है। भारत सरकार द्वारा भोपाल के रोहित नगर में रीजनल कार्यालय शुरू किया गया है। आरोप है कि अभिभावकों को राहत देने की बजाय उन्हें मुसीबत में डाला जा रहा है। हालांकि रीजनल कार्यालय के अधिकारियों ने अभिभावकों द्वारा लगाये जा रहे इन आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया है। तर्क दिया गया कि यहां पर पूरी नियम प्रक्रिया से काम होता है।

एक सितंबर से राज्य सरकार छठवीं से 12वीं तक के बच्चों की नियमित रूप से कक्षाएं शुरू कर रही है। दसवीं एवं बारहवीं उत्तीर्ण कर चुके अनेक बच्चे ऐसे हैं, जो अध्ययनरत संस्था से टीसी कटवा कर दूसरे स्कूलों में प्रवेश करवाना चाह रहे हैं। सैकड़ों बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण की है। अब उन्हें दूसरे राज्य या बोर्ड से अगली कक्षाओं हेतु एडमीशन लेने के लिए माइग्रेशन की जरूरत है। माइग्रेशन और टीसी सार्टिफिकेट के लिए अभिभावक अपने बच्चों के साथ तकरीबन दो सप्ताह से भटक रहे हैं। पालकों का आरोप है कि उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सबसे बड़ी परेशानी मंगलवार को देखने को मिली। अभिभावक प्रियंक, रवि सिंह सहित अन्य ने बताया कि यहां पर सुबह 10 बजे आधा सैकड़ा से अधिक पालक पहुंच चुके थे। कई पेरेंट्स तो अपने बच्चों को साथ में लेकर गए थे, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल पाया। दोपहर में झमाझम बारिश हुई लेकिन प्रबंधन ने उनकी पीड़ा सुनने की बजाय कार्यालय के गेट बंद रख उन्हें बाहर बारिश में ही खड़ा रखा। आरोप है कि गेट पर खड़े सुरक्षा गार्डों ने भी अंदर प्रवेश देने से मना किया। दो अभिभावक तो ऐसे थे जिनके साथ बच्चे गए हुए थे। धूप और गर्मी के कारण इन बच्चों को मानसिक और शारीरिक पीड़ा उठानी पड़ी। अभिभावकों ने आग्रह किया कि उनकी पीड़ा को सुना जाए लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। इंदौर से आए ललित दुबे के पिता सुबह 11:00 बजे से अपने बेटे की टीसी सार्टिफिकेट के लिए परेशान रहे। कार्यालय के अधिकारी उन्हें बार-बार टीसी सार्टिफिकेट के लिए अन्दर बाहर करवाते रहे। शाम 4:00 बजे तक उन्हें उनके बेटे का टीसी सार्टिफिकेट नहीं मिल पाया था, उन्होंने प्रबंधन से कहा था कि मुझे रात में कम दिखाई देता है और मुझे भोपाल से इंदौर गाड़ी ड्राइव कर कर जाना है कृपया टीसी सार्टिफिकेट प्रदान करने की कृपा करे।

सीबीएसई के रीजनल कार्यालय के बाहर खड़े अभिभावक
सीबीएसई के रीजनल कार्यालय के बाहर खड़े अभिभावकRaj Express

नियम के अनुसार होता है पूरा काम : मीनू

इस संबंध में बोर्ड की रीजनल डायरेक्टर मीनू जोशी का कहना है कि कार्यालय में पूरी नियम प्रक्रिया के साथ कार्य होता है। प्रतिदिन सरकार के नियम के अनुसार कार्यालय का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभिभावकों द्वारा कार्यालय गेट बंद कर ताला लगाने की जो बात की जा रही है। वह पूरी तरह से गलत है। उन्होंने बताया कि अन्य राज्य या बोर्ड के लिए जिन बच्चों को माइग्रेशन या टीसी की जरूरत पड़ी है, तो वह काम नियम प्रक्रिया के साथ ही किया जाता है।

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