भोपाल, मध्यप्रदेश। वैश्विक महामारी कोरोना संकट का दौर जहां जारी है वहीं दूसरी तरफ संकट के माहौल में राजनैतिक जगत से किसी न किसी मुद्दे को लेकर बवाल मचा रहता है इस बीच ही मंगलवार देर रात बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की सूची जहां जारी हुई वहीं, जाति विवाद मच गया जिसके बाद कुछ देर में ही संशोधित सूची जारी की गई।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार बताते चलें कि, बीते दिन मंगलवार रात 12 बजे के करीब सोशल मीडिया पर अपनी प्रदेश कार्यसमिति की सूची घोषित कर दी गई थी। जिसके तहत इसमें पहली बार पदाधिकारियों के नाम के आगे उनकी जाति लिख दी गई। इसके बाद रात 12:45 बजे पदाधिकारियों की जाति हटाकर संशोधित सूची जारी की गई। बताया जा रहा है कि, किसी पदाधिकारी के नाम के आगे उसका वर्ग, जाति का उल्लेख किया गया। इसमें कुछ नेताओं की जाति ही गलत लिख दी गई। जैसे- भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय वैश्य हैं, लेकिन उनके नाम के आगे ब्राह्मण लिखा हुआ था।
जातियों को लेकर उठ रहे सवालों के बाद डिलीट की सूची
इसके बाद जातियों को लेकर उठ रहे सवालों पर भाजपा घिरते हुए नजर आई, जिसे लेकर बीजेपी ने कार्यसमिति की सूची डिलीट कर दी। सूची में नेताओं की गलत जाति लिखी होने पर भाजपा बैकफुट पर नजर आई यह सूची मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने जारी की थी। जिसके बाद जारी संशोधित सूची में जाति का कॉलम हटाया गया। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी जमकर आरोप लगाए हैं।
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