पेपर लेस वर्किंग और डिजीटलाइजेशन की दिशा में नींव का पत्थर साबित होगा बीयू का नवाचार
भोपाल। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की सुविधा के लिए एक नया सिस्टम लागू होने जा रहा है, जिसके माध्यम से अब छात्र-छात्राओं को माइग्रेशन और प्रोविजनल डिग्री के लिए अप्लाय करते ही ई-सर्टिफिकेट प्राप्त हो जाएगा। यह विवि की एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इस सिस्टम को लागू करने वाला बीयू प्रदेश का पहला विवि है। विवि का यह कदम पेपर लेस और डिजीटलाइजेशन की दिशा में नींव का पत्थर साबित होगा। उम्मीद है कि विवि के इस नवाचार को भविष्य में अन्य विवि भी लागू करेंगे।
इस नए सिस्टम का उद्घाटन शनिवार को सुबह राज्यपाल मंगु भाई पटेल करेंगे। इस सिस्टम के लागू होने से विद्यार्थियों को उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज ऑनलाइन किल्क करते ही मिल जाएंगे। इधर वे अप्लाय करेंगे, उधर उनके माइग्रेशन और प्रोविजनल डिग्री का ई-सर्टिफिकेट मिल जाएगा, जिसे डाउनलोड कर वे उसका प्रिंट आउट निकाल सकेंगे। ऐसा होने से उनके आगे के काम समय पर हो सकेंगे और उन्हें विवि के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इसके अलावा विवि डिग्री और ट्रांसक्रिप्ट सर्टिफिकेट भी ऑनलाइन उपलब्ध कराने की तैयारी कर रहा है।
बीयू के छात्र-छात्राओं को अब तक जारी प्रक्रिया के तहत माइग्रेशन सर्टिफिकेट और और प्रोविजनल डिग्री निकलवाने में काफी परेशानी होती थी। इसके लिए वे पहले आनलाइन अप्लाय करते थे, फिर विवि द्वारा उपलब्ध रिकार्ड से से वेरिफाय किया जाता था। अधिकारियों के हस्ताक्षर होते थे, जिसके बाद विवि द्वारा स्पीड पोस्ट के माध्यम से विद्यार्थियों को डाक्यूमेंट भेजता था। इसके बाद भी उन्हें दस्तावेज मिलने में करीब 15 दिन का समय लग ही जाता था। कई बार पता बदलने या अन्य कई कारणों से दस्तावेज गुम भी जाते थे।
दस्तावेज ना मिलने पर छात्रों को विवि कई चक्कर काटने पड़ते थे। उन्हें यह महत्वपूर्ण डाक्यूमेंट आगे किसी कोर्स में एडमिशन या नौकरी के लिए चाहिए होते हैं, ऐसे में समय लगने पर कई बार अंतिम तारीख निकल जाती है। सूत्रों की मानें तो विवि में सक्रिय एजेंट इसके लिए पैसा भी वसूलते थे। इस नए सिस्टम के लागू होने से विद्यार्थियों का चंद सेंकंडों में अपने दस्तावेज प्राप्त हो जाएंगे और उन्हें अब तक होने वाली दिक्कतों से निजात मिलेगा।
विदित हो कि बीयू के कुलपति प्रो. एसके जैन ने सितंबर माह में पद ग्रहण किया था। उन्होंने पहले ही दिन कह दिया था कि मेरे लिए छात्र हित सर्वोपरि है, इसलिए वह छात्र-छात्राओं से खुद मिलकर उनकी परेशानियां सुन रहे थे। उनकी वेहवारिक समस्याओं को जानने के बाद कुलपति ने अधिकारियों से चर्चा कर इस तरह का सिस्टम डेव्हलप करने के निर्देश दिए थे।
अब दो महीने में यह सिस्टम बनकर तैयार हो गया है,जिसका शुभारंभआज होने जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि इसके अलावा विवि में व्यापत अव्यवस्थाओं और कमियों की खबर भी कुलपति को है। जिन्हें दूर करने की कवायद में वह जुटे हुए हैं और अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों को भी प्रोत्साहित कर काम करा हैं। जिसका परिणाम आगामी दिनों दिखेगा और विवि में अन्य नवाचार भी देखने को मिलेंगे। जिसका फायदा विद्यार्थियों को तो मिलगेा, साथ ही विवि की छवि भी सुधरेगी।
इनका कहना है
छात्र हित में यह कदम उठाया गया है, आगे भी इस तरह के नवाचार किये जायेगे
- प्रो एस के जैन कुलपति बरकतउल्ला विश्वविद्यालय
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