100 फिट गहरे खुले बोरवेल में गिरी 3 साल की मासूम को सकुशल निकाला, CM शिवराज ने रेस्क्यू टीम को दी बधाई
छतरपुर,मध्यप्रदेश । जिले की बिजावर तहसील के ललगुवां गांव में रविवार शाम करीब 5 बजे बोरवेल में गिर तीन साल की मासूम को सकुशल निकाल लिया गया है। बच्ची 30 फीट गहरे बोर में फंसी थी रेस्क्यू टीम ने लगभग 4 घंटे में ही पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया और बच्ची को सकुशल बाहर निकाल लिया। बच्ची को बाहर निकालने के तुरंत बाद कलेक्टर के साथ एबुंलेंस में उसे मेडिकल टीम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिजावर ले आयी, जहां उसका चेकअप किया जा रहा है। CM शिवराज ने ट्वीट कर कहा कि यह हम सबके लिए अत्यंत खुशी की बात है कि छतरपुर जिले के ललगुवां गाँव में बोरवेल में गिरी बेटी को सकुशल निकाल लिया गया है। इसमें सहयोग करने वाले जिला प्रशासन के सभी साथियों और नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
घटना की जानकारी मिलने पर कलेक्टर संदीप जीआर के निर्देश पर जिला एवं पुलिस प्रशासन छतरपुर की टीम घटना स्थल पर पहुंची थी और तीन जेसीबी के माध्यम से बोर के आसपास खुदाई का कार्य शुरू कर दिया गया था ।

जानकारी के अनुसार बिजावर थाना क्षेत्र के ललगुवां गांव में रवि विश्वकर्मा की तीन वर्षीय बालिका रीना विश्वकर्मा अचानक खेलते-खेलते खेत पर मौजूद एक खुले बोरवेल में जाकर गिर गयी। जिसकी सूचना जैसे ही परिजनों को लगी तो हड़कंप मच गया। एसडीएम और एसडीओपी की उपस्थिति में बच्ची को सुरक्षित रूप से निकालने के लिए बचाव कार्य शुरू किया गया। मौके पर जेसीबी मशीन सहित स्थानीय प्रशासन के संसाधन, कर्मचारी, पुलिस एवं होमगार्ड के जवान भी बच्ची को बचाने के कार्य में जुट गए। बोर की गहराई लगभग 100 फिट बताई गई है। ऐसा अनुमान है कि बच्ची 30 फिट की गहराई में फंसी हुई है। दम घुटने से बच्ची की मौत न हो इसलिए बचाव दल ने ऑक्सीजन सिलेण्डर के माध्यम से एक पाईप लाईन के जरिये बोर के भीतर ऑक्सीजन दी जाती रही ।
SP सचिन शर्मा ने बताया कि बच्ची के बोर में गिरने की सूचना लगते ही बिजावर, किशनगढ़, मातगुवां थाने का पुलिस फोर्स एवं राजस्व का अमला बचाव के संसाधनों के साथ मौके पर पहुंचा। कलेक्टर संदीप जीआर के निर्देश पर एसडीएम राहुल सिलाडिय़ा, एसडीओपी रघु केशरी, थाना प्रभारी संदीप दीक्षित भी घटना स्थल पर पहुंच गए थे। ऐसे मामलों में बचाव की विशेषज्ञता रखने वाली एनडीआरएफ की टीम घटना स्थल पर पहुंचकर जेसीबी के माध्यम से बोरवेल के आसपास खुदाई का काम शुरू कर दिया था।
माता-पिता का बुरा हाल
ग्राम ललगुवां निवासी रवि विश्वकर्मा और रोशनी विश्वकर्मा की 3 वर्षीय पुत्री रीना इस दुर्घटना की शिकार हुई है। बच्ची की मां रोशनी ने बताया कि वह खेत में काम कर रही थी। इसी दौरान उनकी बेटी खेलते-खेलते बोर में जा गिरी। एक दूसरे बच्चे ने दौडक़र मां को यह सूचना दी। मां ने पिता को बताया और फिर पूरा गांव एकत्रित हो गया। दुर्घटना के बाद मां का रो- रो कर बुरा हाल था।
एक साल में तीसरी घटना, नहीं सुधर रहे लोग
छतरपुर जिले में खुले बोरवेल में बच्चों के गिरने की दुर्घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। पिछले एक वर्ष के भीतर ऐसे तीन मामले सामने आ चुके हैं। इसके पहले छतरपुर के निकटवर्ती ग्राम नारायणपुरा और लुगासी में भी ऐसी घटनाएं सामने आयीं थीं। इन घटनाओं में पुलिस और प्रशासन ने लगभग 24 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्चों को सकुशल बचा लिया था, लेकिन इन दुर्घटनाओं के बाद भी लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। सरकारी जमीनों पर मौजूद खुले बोरवेल को ढकने के लिए कलेक्टर सभी पटवारियों को निर्देशित कर चुके हैं लेकिन निजी जमीनों पर मौजूद खुले बोरवेल को ढकने का काम आम लोगों को ही करना है जब इस तरह लोग इस तरह की लापरवाही करते हैं तो मासूम बच्चों की जिंदगी खतरे में पड़ जाती है।
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