MP में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई देवउठनी एकादशी, सीएम ने निवास पर की पूजा-अर्चना
भोपाल, मध्यप्रदेश। देवउठनी एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस साल देवउठनी एकादशी कुछ जगहों पर 14 नवंबर को मनाई गई और कुछ जगहों पर आज 15 नवंबर को मनाई गई है। इस दिन भगवान शालीग्राम और माता तुलसी का विवाह भी किया जाता है। देवउठनी एकादशी व्रत कथा का पाठ करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। बता दें कि मध्य प्रदेश में कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी या देवउठनी एकादशी हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।
देवउठनी एकादशी के अवसर पर CM ने निवास पर पूजा-अर्चना की :
सोमवार को राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में शाम को घर-घर में तुलसी और सालिगराम का विवाह हुआ, लोगों ने भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का पूजन-अर्चना सुख-समृद्धि की कामना की। वही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने देवउठनी एकादशी के अवसर पर अपने निवास पर में पूजा-अर्चना की।
सीएम चौहान ने किया ट्वीट
एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने देर शाम ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी देते हुए बताया- देवउठनी एकादशी के पावन अवसर पर निवास पर आयोजित शालिग्राम और तुलसी जी विवाह के मांगलिक अनुष्ठान में शामिल हुआ और विधि विधान से पूजन कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की।
बताते चलें कि देवउठनी एकादशी पर तुलसी विवाह का उत्सव मनाया जाता है। इस दिन भगवान शालिग्राम संग माता तुलसी का विधि-विधान से विवाह संपन्न किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि चार माह की निद्रा से जागने के बाद भगवान विष्णु सबसे पहले तुलसी की पुकार सुनते हैं इस कारण लोग इस दिन तुलसी का भी पूजन करते हैं और मनोकामना मांगते हैं। MP में देवउठनी एकादशी के बाद से ही विवाह के लिए मुहूर्त बनने लगेंगे। नवंबर और दिसंबर में विवाह के शहनाई आने के लिए कुल 16 मुख्य मुहूर्त हैं।
विवाह मुहूर्त तिथियां
नवंबर: 15, 19, 20, 21, 26, 28, 29 और 30
दिसंबर: 1, 2, 6, 8, 9, 11, 12 और 13
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