गहराया ईधन संकट
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गहराया ईधन संकट : सप्लाई में अघोषित कटौती से हांफे शहर के पेट्रोल पंप

भोपाल, मध्यप्रदेश : दिन में ही ईधन खत्म, वाहन चालक परेशान। चार दिन से जारी है समस्या। पेट्रोल और डीजल की 40 फीसदी तक कम सप्लाई।

भोपाल, मध्यप्रदेश। तेल कंपनियों द्वारा पेट्रोल और डीजल की सप्लाई में अघोषित कटौती के चलते राजधानी समेत कई शहरों में ईधन संकट गहराने लगा है। वहीं इस मामले को लेकर पहले ही सरकार को पत्र लिख चुके पेट्रोल पंप डीलर्स ने अब सरकार से दखल की मांग की है, क्योंकि सुचारू सप्लाई नहीं होने से भौंरी स्थित डिपो समेत अन्य शहरों के डिपो में स्टॉक कम होने लगा है। अगर समय रहते सप्लाई सुचारू नहीं हुई तो स्थिति और गंभीर हो सकती है। गौरतलब है कि सोमवार से जारी इस संकट के बीच रोज शहर में ड्राय होने वाले पंपों की संख्या बढ़ती जा रही है। सोमवार को जहां दर्जनभर पंपों पर ईधन खत्म हुआ था, तो वहीं मंगलवार को 38 से ज्यादा पंप ड्राय स्थिति में आ गए। बुधवार को भी स्थिति खराब रही। कई पंपों पर दिन में तो कई पर शाम तक ईधन खत्म हो गया। क्योंकि पंपों को डिमांड से कम सप्लाई मिल रही है। पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह का कहना है कि हम पहले ही मुख्य सचिव को पत्र लिख चुके हैं, लेकिन समस्या हल नहीं हो पाई है। आगे संकट और गंभीर हो सकता है।

भोपाल समेत कई शहरों में बढ़ा संकट :

लगातार सप्लाई प्रभावित होने से भोपाल समेत इंदौर, जबलपुर और अन्य शहरों में पंपों पर ईधन खत्म होने लगा है। सूत्रों के मुताबिक बुधवार शाम तक 1 हजार से ज्यादा पंप ड्राय हो चुके थे, रात तक इनकी संख्या बढ़ने का अनुमान है। सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीण क्षेत्रों के पेट्रोल पंपों पर हो रही है, यहां डीजल के लिए किसान परेशान हो रहे हैं। राजधानी भोपाल के आसपास भी ऐसी ही स्थिति है। वहीं सूत्रों का कहना है कि डीजल और पेट्रोल का स्टॉक घटने लगा है। प्रदेश में 3 दिन के लिए ही डीजल का स्टॉक बचा है। अगर आजकल में स्थिति नहीं सुधरी तो संकट और गहरा सकता है।

वाहन चालक परेशान :

इधर पंपों के ड्राय होने से शहर में वाहन चालक रोज परेशान हो रहे हैं, बुधवार को भी मंगलवार की तरह ही कई वाहन चालकों को पेट्रोल और डीजल लेने के लिए एक से दूसरे पेट्रोल पंप पर भटकना पड़ा। नए और पुराने शहर के कई पंपों पर इस तरह की समस्या आ रही है।

फैक्ट फाइल :

  • राजधानी में कुल पेट्रोल पंप : 152

  • रोज डीजल की मांग : 12 लाख लीटर

  • रोज पेट्रोल की मांग : 9 लाख लीटर

  • प्रदेश में कुल पेट्रोल पंप : 4900

  • रोज पेट्रोल और डीजल की मांग : 2.70 करोड़ लीटर

  • मिल रहा : 1.70 करोड़ लीटर

  • कटौती : 40 फीसदी से ज्यादा

  • किन कंपनियों के पंपों पर दिक्कत : हिन्दुस्तान और भारत पेट्रोलियम

  • इंडियन ऑयल के पंपों पर ही सप्लाई फिलहाल सामान्य है।

सरकार ने जिलों से बुलाई रिपोर्ट, गुरूवार को बैठक बुलाई :

इधर राजधानी समेत प्रदेश के कई जिलों में जारी ईधन संकट के बीच बुधवार को सरकार भी मामले को लेकर हरकत में आ गई है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने सभी जिलों से पेट्रोल और डीजल की स्थिति को लेकर रिपोर्ट बुलाई है। वहीं सूत्रों ने देर शाम बताया कि ईधन संकट को लेकर गुरूवार को विभाग ने तेल कंपनियों के अधिकारियों के साथ राजधानी में बैठक बुलाई है। इस बैठक में पेट्रोल-डीजल के संकट के समाधान को लेकर कोई रास्ता निकलने की उम्मीद है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि सरकार लगातार स्थिति पर नजर रख रही है। आज बैठक में इसके समाधान पर चर्चा होगी।

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