Gwalior : अपनी ही सरकार की पोल खोल रहे पार्षद
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। नगर निगम में भले ही कांग्रेस की सरकार काबिज हो गई है, लेकिन प्रदेश में अब भी भाजपा का शासन कायम है। शहर में मूल भूत सुविधाओं की कमी का मतलब सरकार द्वारा काम न करना है। ऐसे में अगर भाजपा पार्षद प्रदर्शन करते हैं तो वह अपनी ही सरकार की पोल खोल रहे हैं। इसका उदाहरण शुक्रवार को भाजपा पार्षदों का स्मार्ट सिटी मुख्यालय पहुंचकर शिकायत करना है। शुक्रवार को परिषद की बैठक स्थगित होने पर नेता प्रतिपक्ष हरिपाल के साथ भाजपा पार्षद कन्ट्रोल कमाण्ड सेंटर पहुंचे थे, जहां सुरक्षा गार्ड से उनका मुंहवाद भी हुआ। पार्षदों ने लाईटें बंद होने सहित खुदी सड़कों को लेकर नाराजगी जाहिर की। हालांकि बाद में सुरक्षा गार्ड के साथ हुए मुहवाद के लिए माफी भी मांग ली। लेकिन ऐसा करके पार्षदों ने अपनी ही सरकार की पोल खोल दी है।
शुक्रवार को नगर निगम का विशेष सम्मेलन आयोजित किया गया था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की माता जी का देहांत होने के कारण परिषद स्थगित कर दी गई। यहां से नेता प्रतिपक्ष हरिपाल के नेतृत्व में भाजपा पार्षद मोतीमहल स्थित स्मार्ट सिटी मुख्यालय पहुंच गए। कन्ट्रोल कमाण्ड सेंटर में पहुंचने पर सुरक्षा गार्ड ने रजिस्ट्रर पर हस्ताक्षर करने सहित इतने लोगों को अंदर प्रवेश न देने की बात कही। इसे लेकर पार्षदों का गार्ड से मुंहवाद हो गया। बाद में स्मार्ट सिटी सीईओ नीतू माथुर के साथ पार्षदों की बैठक हुई जिसमें पार्षदों ने बंद स्ट्रीट लाईट एवं खुदी हुई सड़कों को लेकर शिकायत की। स्मार्ट सिटी सीईओ ने बताया कि कंपनी को पत्र लिखे जा चुके हैं और जल्द ही हालात नहीं सुधरे तो हम एफआईआर भी दर्ज करायंगे। चर्चा के बाद पार्षद यहां से वापस लौट गए। सवाल यह है कि जब भाजपा पार्षद ही शिकायत करेंगे तो इसका सीधा मतलब है कि सरकार विकास कार्य कराने में फेल हो गई है। जो अधिकारी इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ एक्शन न लेने से भी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं।
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