भोपाल में तीन दशक में लगाए 35 लाख से अधिक पौधे
भोपाल में तीन दशक में लगाए 35 लाख से अधिक पौधेRE-Bhopal

तीन दशक में लगाए 35 लाख से अधिक पौधे, इससे भोपाल में कितनी बढ़ी हरियाली, पता लगाने होगा सर्वे

Greenery Increased Survey Bhopal: वर्ष 1986 से अब तक हुए पौधरोपण से शहर में बढ़े ग्रीन कवर का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी। इसके लिए सैटेलाइट इमेज का भी इसके लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

भोपाल। राजधानी में बीते तीन दशक में 35 लाख से अधिक पौधे लगाए गए हैं। पौधरोपण का शहर के पर्यावरण और लोगों को कितना फायदा मिला, ग्रीन कवर में कैसे बढ़ोतरी हुई, यह पता लगाने के लिए सर्वे होगा। निजी एजेंसी को पर्यावरण और प्लांटेशन से जुड़े हर पहलु का विश्लेषण करना होगा। एक साल में फाइनल रिपोर्ट तैयार होगी।

पर्यावरण वानिकी वनमंडल भोपाल यह सर्वे कराने जा रहा है। इससे वर्ष 1986 से अब तक हुए पौधरोपण से शहर में बढ़े ग्रीन कवर का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी। इसके लिए सैटेलाइट इमेज का भी इसके लिए इस्तेमाल किया जाएगा। गूगल इमेज से पौधरोपण के पहले और बाद में आए बदलाव का आंकलन किया जाएगा। हरियाली से शहर के लोगों को आर्थिक व सामाजिक तौर पर किस तरह फायदा पहुंचा। पर्यावरण पहले से कैसे बेहतर हुआ। कार्बन स्टॉक्स का मेजरमेंट भी किया जाएगा। बायो डायवर्सिटी और ईको सिस्टम का भी अध्ययन किया जाएगा। चयनित एजेंसी को एक महीने में शुरुआती रिपोर्ट विभाग को सौंपना होगी।

गैस त्रासदी के बाद शुरू हुआ प्लांटेशन का सिलसिला

वर्ष 1984 में गैस त्रासदी के बाद भोपाल की आबो हवा काफी प्रदूषित हो गई थी। ऐसे में पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पौधरोपण की जरूरत महसूस की गई। इस कार्य के लिए वर्ष 1986 में कैपिटल प्रोजेक्ट फॉरेस्ट डिवीजन की स्थापना की गई थी। सीपीए फॉरेस्ट ने वर्ष 1986 से 2021 तक शहरी क्षेत्र में पौधरोपण किया। भोज वेटलैंड के बफर जोन में 1989 से 2003 और इसी अवधि में वेटलैंड में सड़क किनारे पौधे लगाने का कार्य किया। इसके तहत 1300 से अधिक स्थानों पर प्लांटेशन किया गया। सीपीए फॉरेस्ट बंद होने के बाद इसे पर्यावरण वानिकी वनमंडल भोपाल में शामिल कर लिया गया।

शहरी क्षेत्र में लगाए 18 लाख पौधे

भोपाल वनमंडल क्षेत्र में वर्ष 1986 से 2021 तक यानि 36 साल के दौरान शहरी क्षेत्र में 17.97 लाख से अधिक पौधे लगाए गए। इसी तरह भोज वेटलैंड के बफर जोन यानि बड़ा तालाब के आसपास 1989 से 15 साल की अवधि में 15.97 से ज्यादा पौधे लगाए। इसी दौरान वेटलैंड क्षेत्र की सड़कों के किनारे 1.70 लाख पौधे रोपित किए गए।

शहर में यह पार्क, सिटी फॉरेस्ट (हेक्टेयर में)

स्वर्ण जयंती पार्क (42.18), एम्स सिटी फॉरेस्ट (9.69), जंबूरी मैदान (21.70), बोरवन सिटी फॉरेस्ट (61), एकांत पार्क (26), डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी पार्क (18), प्रियदर्शिनी सिटी फॉरेस्ट (2.50), कान्हा कुंज (22), नयापुरा टेकरी (79.18), सरदार वल्लभभाई पटेल (3.50), शाहपुरा सिटी फॉरेस्ट (64.616), भोज विहार (3.50)।

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