दो मांगों के चलते प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों ने की हड़ताल
दो मांगों के चलते प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों ने की हड़तालSocial Media

दो मांगों के चलते प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों ने की हड़ताल

मध्य प्रदेश के लगभग 18 हजार प्राइवेट स्कूलों ने आज मंगलवार को एक दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया था। इन स्कूलों ने यह हड़ताल दो मांगों के चलते की।

मध्य प्रदेश, भारत। सरकार जब भी किसी सेक्टर के लिए कुछ नया विचार करती है तो कई बार उस सेक्टर के कर्मचारियों को सरकार के फैसले से आपत्ति होती है, या कभी-कभी कर्मचारी अपनी मांग पूरी करवाने के लिए अपनी नाराजगी सरकार को बयां करने के लिए हड़ताल का तरीका अपनाते हुए कुछ समय के लिए हड़ताल का आह्वान करते है और इस दौरान वह अपने द्वारा दी जा रही सेवाओं को रोक देते है। वहीं, अब मध्य प्रदेश में दो मांगों के चलते 18 हजार प्राइवेट स्कूलों ने हड़ताल की हैं।

प्राइवेट स्कूलों की हड़ताल :

दरअसल, मध्य प्रदेश के लगभग 18 हजार प्राइवेट स्कूलों ने मंगलवार को हड़ताल का आह्वान किया था। जिससे आज यह सभी स्कूल बंद रहे। इन स्कूलों ने यह हड़ताल अपनी की दो मांग के लिए की हैं। स्कूलों की पहली मांग है कि, 5वीं और 8वीं को बोर्ड न किया जाए और दूसरी मांग ये है कि, RTE (Right of Children to Free) की फीस का भुगतान दीपावली से पहले किया जाए। बता दें, यह एक दिवसीय हड़ताल सोसाइटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर के आह्वान पर की गई। हालांकि, प्राइवेट स्कूलों ने साफ दौर पर कह दिया है कि, 'सरकार अगले सत्र से 5वीं और 8वीं को बोर्ड परीक्षा में शामिल कर सकती है।

क्यों कर रहे यह स्कूल हड़ताल :

आज से 15-17 साल पहले 5वीं और 8वीं को बोर्ड की परीक्षाएं बोर्ड द्वारा आयोजित की जाती थी, लेकिन बीते सालों में इन्हें बोर्ड से हटा दिया गया था, लेकिन इन्हें एक बार फिर बोर्ड करने को लेकर फैसला लिया गया है। जो प्राइवेट स्कूलों को पसंद नहीं आ रहा है। उनकी मांग है कि, इन्हें बोर्ड से हटा दिया जाए। इसके अलावा उन्होंने RTE फीस को लेकर भी अपनी मांग रखी है। इस मामले में सोसाइटी फॉर प्राइवेट स्कूल के डायरेक्टर ने बताया कि, 'सरकार की तरफ से 14 अक्टूबर को RTE की फीस का भुगतान करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि दीपावली से पहले आरटीई की फीस का भुगतान स्कूलों को कर दिया जाए।'

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