पंडित कुंजीलाल दुबे और गुरबख्श सिंह ढिल्लों की जयंती पर याद करते हुए सीएम शिवराज ने किया नमन
भोपाल, मध्यप्रदेश। प्रदेश विधानसभा के प्रथम अध्यक्ष पंडित कुंजीलाल दुबे और महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं आजाद हिन्द फौज के कर्नल पद्म भूषण गुरबख्श सिंह ढिल्लों की जयंती है। पंडित कुंजीलाल दुबे और गुरबख्श सिंह ढिल्लों की जयंती पर याद करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर नमन किया है।
पंडित कुंजीलाल दुबे की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन: CM
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा है कि, मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रथम अध्यक्ष पंडित कुंजीलाल दुबे जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।मध्यप्रदेश में उत्कृष्ट संसदीय परंपराओं की बुनियाद को मजबूत करने और समाज के कमजोर वर्ग के उत्थान हेतु किए गए आपके प्रयास सदैव स्मरणीय रहेंगे।
बता दें, पंडित कुंजीलाल दुबे का जन्म 18 मार्च, 1896 में नरसिंहपुर जिले के आमगांव ग्राम में एक सम्भ्रान्त परिवार में हुआ था तथा देहावसान 2 जून, 1970 को हुआ। वे बी.ए., एलएल.बी. थे। सन् 1920 में पंडित कुंजीलाल दुबे ने आजीविका के लिए जबलपुर में विधि व्यवसाय प्रारम्भ किया और शीघ्र ही उनकी गणना जबलपुर के विशिष्ट अधिवक्ताओं में होने लगी। कुंजीलाल दूबे को सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में सन1964 में भारत सरकार द्वारा, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
गुरबख्श सिंह ढिल्लों की जयंती पर मुख्यमंत्री ने कहा-
गुरबख्श सिंह ढिल्लों की जयंती पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं आजाद हिन्द फौज के कर्नल पद्म भूषण गुरबख्श सिंह ढिल्लों जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन। स्वतंत्रता आंदोलन में दिया गया आपका अमूल्य योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा
आज़ाद हिन्द फ़ौज के अधिकारी थे कर्नल गुरबख्श सिंह ढिल्लों
कर्नल गुरबख्श सिंह ढिल्लों आज़ाद हिन्द फ़ौज के अधिकारी थे। इन्हें सिंगापुर में युद्धबंदी बना लिया गया था। बाद में ब्रिटिश सेना ने उन पर कोर्ट मार्शल की कार्यवाई की थी। कर्नल प्रेम सहगल, कर्नल गुरबख्श सिंह ढिल्लों और मेजर जनरल शाह नवाज ख़ान को क्रमश: मलाया, सिंगापुर और बर्मा में युद्धबंदी बना लिया गया था।
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