इंदौर : मां की मौत के बाद बेटे का गुस्सा विधायक संजय शुक्ला के सामने फूटा

इंदौर, मध्यप्रदेश : सरकारी एमटीएच अस्पताल में मां की मौत के बाद बेटे का गुस्सा विधायक संजय शुक्ला के सामने उस वक्त फूटा जब शुक्ला अस्पताल में मशीने देने पहुंचे थे।
मां की मौत के बाद बेटे का गुस्सा विधायक संजय शुक्ला के सामने फूटा
मां की मौत के बाद बेटे का गुस्सा विधायक संजय शुक्ला के सामने फूटाRavi Verma

इंदौर, मध्यप्रदेश। सरकारी हो या निजी अस्पताल यहां भर्ती मरीजों का इलाज को लेकर परिजनों मे लगातार आक्रोश सामने आ रहा है। वर्तमान हालत में ज्यादातर अस्पतालों की व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। लगातार बढ़ता मरीजों का दबाव और स्टाफ की कमी सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में है। कई अस्पताल का स्टाफ संक्रमित हो गया है और अवकाश पर है, तो कई अस्पतालों का स्टाफ लंबे अवकाश पर चला गया, फिर भी लगातार अस्पतालों में मरीज भर्ती हो रहे हैं।

सरकारी एमटीएच अस्पताल में मां की मौत के बाद बेटे का गुस्सा विधायक संजय शुक्ला के सामने उस वक्त फूटा जब शुक्ला अस्पताल में मशीने देने पहुंचे थे। युवक ने शुक्ला को बताया कि डॉक्टर को तीन दिन से फोन लगा कर अस्पताल में भर्ती मां के हाल-चाल जानना चाह रहा था, युवक ने आरोप लगाते हुए कहा कि नॉर्मल, नॉर्मल बोलकर मेरी मां को मार डाला। कब से इंजेक्शन लगाने के लिए बोल रहा था पर इन्होंने नहीं लगाई। उन्हें ऑक्सीजन लगी थी, इनके पास इंजेक्शन था, लेकिन नहीं लगाया। अब क्या होगा, मेरी मां तो चली गई। यह विलाप इंदौर के एक पीड़ित बेटे का था, जिसका आरोप है कि मां को सही इलाज नहीं मिला, जिससे उनकी मौत हो गई।

लापरवाही से हुई मौत, डॉक्टर को मिले सजा :

एमटीएच अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल जानने के लिए गेट के बाहर भीड़ जमा रहती है। रिसेप्शन पर भी लगातार फोन आते रहते हैं। जिन लोगों की अस्पताल स्टाफ से पहचान है, वो भी उन्हें फोन लगाकार अपने मरीज का हाल जानने की कोशिश करते रहते हैं। एक ऐसा ही युवक का आरोप था कि डॉक्टर को तीन दिन से फोन लगा रहा हूं, नॉर्मल, नॉर्मल बोलकर मेरी मां को मार डाला। कब से इंजेक्शन लगाने के लिए बोल रहा था पर इन्होंने नहीं लगाई। उन्हें ऑक्सीजन लगी थी, इनके पास इंजेक्शन था, लेकिन नहीं लगाया। अब क्या होगा, मेरी मां तो चली गई। विधायक संजय शुक्ला ने पीड़ित युवक ने कहा कि डॉक्टरों की लापरवाही से मां की मौत हुई है। दोषी डॉक्टर को सजा दिलवाओ। बेटे ने कहा कि तीन दिन से कॉल कर रहा था पर ये सुनने को तैयार नहीं थे। तीन दिन से ऐसे ही रख रखा था। इन्होंने मेरी मां को मार डाला। विधायक ने कहा कि मैं बात करता हूं। मुझसे जितना हो पा रहा हूं, कर रहा हूं। आगे भी करूंगा। ऐसा ही हाल रहा तो इंदौर में लाशों का ढेर लग जाएगा। कांग्रेस विधायक ने कहा कि यह एक परिवार की व्यथा नहीं है। ऐसे कई परिवार हैं, जिनके परिजन इलाज नहीं मिलने से जान गंवा रहे हैं।

विधायक शुक्ला अस्पातल में आक्सीजन मशीन देने पहुंचे थे :

अस्पताल में ऑक्सीजन मशीन देने पहुंचे विधायक संजय शुक्ला ने पीडि़त युवक ने कहा कि डॉक्टरों की लापरवाही से मां की मौत हुई है। दोषी डॉक्टर को सजा दिलवाओ। बेटे ने कहा कि तीन दिन से कॉल कर रहा था पर ये सुनने को तैयार नहीं थे। तीन दिन से ऐसे ही रख रखा था। इन्होंने मेरी मां को मार डाला। विधायक ने कहा कि मैं बात करता हूं। मुझसे जितना हो पा रहा हूं, कर रहा हूं। आगे भी करूंगा। ऐसा ही हाल रहा में लाशों का ढेर लग जाएगा।

विधायक ने कहा यह एक परिवार की व्यथा नहीं :

कांग्रेस विधायक ने कहा कि यह एक परिवार की व्यथा नहीं है। ऐसे कई परिवार हैं, जिनके परिजन इलाज नहीं मिलने से जान गंवा रहे हैं। हमारे साथ इंदौर के लोग ऑक्सीजन मशीनें खरीदकर दे रहे हैं।

10 मशीने भेंट की :

शुक्ला ने कहा हमने एमटीएच को 10 मशीनें शनिवार को दी हैं। गीता भवन अस्पताल में भी तीन मशीनें दी हैं। हम हर अस्पताल में मशीन दे रहे हैं। हम कलेक्टर से कहना चाहते हैं कि आप वैक्सीन और ऑक्सीजन की व्यवस्था करें। बेड की व्यवस्था तो है, लेकिन दवा नहीं मिलने से लोग मर रहे हैं।

सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के बाहर भी भीड़ :

वहीं दूसरे सरकारी कोविड केअर सेंटर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के बाहर भी भर्ती मरीजों के परिजनों की भीड़ सुबह से शाम तक देखी जा सकती है। गेट के बाहर यहां इतनी भीड़ रहती है कि कई बार ट्रैफिक प्रभावित हो जाता है। यहां परिजन इसलिए एकत्र रहते हैं कि किसी तरह से उन्हें उनके मरीज का हाल जानने का मौका मिल सके। अस्पताल प्रबंधन द्वारा ऐसी कोई व्यवस्था फिलहाल नहीं की गई है कि मरीज परिजनों का हाल वीडियो काल, सीसीटीवी कैमरे आदि से जान सकें। अंदर जाने पर संक्रमण फैलने का खतरा रहता है, इसलिए अस्पताल के अंदर किसी को भी नहीं जाना दिया जा रहा है। अस्पताल के बिस्तर पूरी तरह से भरे हैं, इसलिए रात होते ही अस्पताल के गेट पर ताला लगा दिया जाता है।

विधायक ने कहा :

आप दिखाने के लिए राधा स्वामी सत्संग हॉल में 2000 बेड का अस्थाई अस्पताल बना रहे हैं। पर इंदौर में ऐसे कई अस्पताल हैं, जहां बेड उपलब्ध हैं। मेरा खुद का एक नर्सिंग कॉलेज है, जिसमें 80 बेड की व्यवस्था है। मैं लगातार कह रहा हूं कि आप वहां इलाज शुरू करें, लेकिन हमसे कोई बात तक करने को तैयार नहीं है। वो सोचते हैं कि कांग्रेस को क्रेडिट चला जाएगा। हमें क्रेडिट मत दो, आप तो भाजपा को क्रेडिट दे दो, लेकिन आमजन को बचाने के लिए अस्पताल को चालू करो।

शुक्ला बोले :

बड़ी बात तो यह है कि एक साल से इंदौर रेलवे स्टेशन पर तीन कोच बनकर खड़े हैं, जिसमें ऑक्सीजन की व्यवस्था हैं। वह आज भी खड़ी हैं। उनका उपयोग नहीं किया जा रहा है। यह इसलिए नहीं कर रहे हैं कि यह दिखाना चाहते हैं कि सरकार बेड की व्यवस्था कर रही है। 35 हजार रुपए वाला इंजेक्शन हमें मुख्यमंत्री 50 हजार में दिलवा दें। हम पब्लिक को खरीदकर बांटने को तैयार हैं। क्योंकि एक इंजेक्शन से एक जान बचती है। ऑक्सीजन नहीं मिलने से लाशों का ढेर लग रहा है। शहर में हाहाकार मचा है। विधायक शुक्ला ने कहा कि पहले चरण में 10 ऑक्सीजन मशीन दे चुकी है। इसी कड़ी में दस मशीने एमटीएच को दी गई।

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