दिल्‍ली में कोरोना इलाज के दो मॉडल अमित शाह Vs अरविंद केजरीवाल

दिल्‍ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ने कहा-अभी केजरीवाल Vs अमित शाह मॉडल कौन ज्यादा सही या गलत है, इस पर सोचने का नहीं, बल्कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण की रोकथाम कैसे की जाए, इस पर सोच विचार का है।
दिल्‍ली में कोरोना इलाज के दो मॉडल अमित शाह Vs अरविंद केजरीवाल
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दिल्‍ली, भारत। देश की राजधानी कोरोना वायरस की महामारी के बेकाबू होते ही दिल्‍ली की अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह में मोर्चा संभाला हुआ है, इसी बीच आज बुधवार को डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा बयान दिया है।

कोरोना इलाज के दो मॉडल :

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि, दिल्‍ली में कोरोना के करीब 300 से 4000 हजार मामले रोजाना जुड़ रहे है और नए पेशेंट आ रहे हैं। दिल्ली में कोरोना के इलाज के दो मॉडल हैं, पहला एक अमित शाह वाला और दूसरा केजरीवाल सरकार का।

  • अमित शाह वाले मॉडल में कोरोना मरीज को जांच के लिए क्वारंटाइन सेंटर जाना होगा।

  • दिल्ली की केजरीवाल सरकार वाले मॉडल में मेडिकल टीम घर जाकर कोरोना मरीज की जांच करेगी।

केजरीवाल vs शाह कौन ज्यादा सही या गलत :

इस पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सिसोदिया का कहना है कि, कोविड के खिलाफ संघर्ष में अमित शाह मॉडल बनाम केजरीवाल मॉडल की बात नहीं है, हमें ऐसा मॉडल चाहिए, जिसमें लोगों को कम परेशानी वाली व्यवस्था लागू करनी चाहिए। इस दौरान उन्‍होंने ये भी कहा कि, केजरीवाल मॉडल बनाम अमित शाह मॉडल में कौन ज्यादा सही या गलत है, इस पर सोचने का नहीं है, बल्कि दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम कैसे की जाए, इस पर सोच विचार का है।

सिसोदिया ने शाह को लिखा पत्र :

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के उपराज्यपाल से किए गए अपने आग्रह के बारे में कहा कि, कोरोना के मरीजों को क्वारंटाइन सेंटर में भेजने की बाध्यता को लेकर मैंने कल भी LG से अनुरोध किया था, लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई जवाब नहीं आया है। सिसोदिया ने कहा कि मेरा LG से आग्रह है कि जल्द से जल्द इस संबंध में निर्णय लें, ताकि दिल्ली में कोरोना पीड़ित मरीजों को क्वारंटाइन सेंटर जाने का बोझिल काम न करना पड़े। साथ ही उन्होंने बताया कि, इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखा है।

केन्द्रीय गृह मंत्री कोविड-19 से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों पर खुद नजर रख रहे हैं, शहर में पुरानी व्यवस्था लागू की जानी चाहिए, जिसके तहत मरीज के चिकित्सकीय मूल्यांकन के लिए जिला प्रशासन का एक दल उसके घर जाता था। देश के गृह मंत्री की जिम्मेदारी है कि वह एलजी साहब से कहकर इस व्यवस्था को बंद करवाएं और पुरानी व्यवस्था लागू करें। हमको वह व्यवस्था लागू करनी चाहिए, जिसमें लोगों को कम-से-कम समस्या हो। पिछले चार-पांच दिनों में लोग दुखी हो रहे हैं क्योंकि सबको क्वारंटाइन सेंटर में जांच के लिए भेजा जा रहा है।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया

दिल्‍ली उपमुख्यमंत्री ने आगे ये भी कहा कि, ''दिल्ली में जो होम आइसोलेशन के नियम बदले गए हैं, उससे लोगों में डर का माहौल है और इससे व्यवस्था पर भी अतिरिक्त भार पड़ रहा है। हमें आपसी मतभेद भुलाकर मिलकर इस बीमारी से निजात पाने के लिए प्रयास करने होंगे, ताकि मरीजों को जल्द से जल्द सही और सुलभ इलाज मिल सके।''

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