कानूनी दांव पेंच से बचते रहे दोषियों ने अब बनाया परिजनों को सहारा

निर्भया के दोषी कानूनी दांव पेंच के सहारे मौत की सजा से बचते आ रहे थे, अब इन दोषियों ने अपने परिजनों का सहारा लिया है, दोषियों के परिजनों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से इच्छामृत्यु की गुहार लगाई है।
Nirbhaya Convicts Families Write Letter To President
Nirbhaya Convicts Families Write Letter To PresidentPriyanka Sahu -RE

राज एक्‍सप्रेस। निर्भया के चारों दोषियों 'पवन गुप्ता, मुकेश कुमार सिंह, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह' को फांसी की सजा होने में 3-4 दिनों का ही समय बाकी है। अब तक ये दोषी किसी न किसी कानूनी दांव पेंच के सहारे मौत की सजा से बचते आ रहे थे। अब इन दोषियों के पास कोई ऐसा विकल्प नहीं बचा, जिससे वे बच जाएं, तो इन दोषियों ने अब अपने परिजनों का सहारा लिया है। दरअसल, अब निर्भया के दोषियों के परिजनों ने राष्ट्रपति से गुहार लगाई है।

क्‍या है परिजनों की गुहार?

दोषियों के परिजनों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की अनुमति की गुहार लगाई है, जिसमें दोषियों के बुजुर्ग माता-पिता, भाई-बहन और दोषियों के बच्चे हैं।

पत्र में लिखी ये बात :

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र में ये लिखा हुआ है कि, ''हम आपसे (राष्ट्रपति) और पीड़िता के माता-पिता से अनुरोध करते हैं कि वे हमारे अनुरोध को स्वीकार करें और हमें इच्छामृत्यु की अनुमति दें और भविष्य में होने वाले किसी भी अपराध को रोकें, ताकि निर्भया जैसी दूसरी घटना न हो और अदालत को एक के बदले 5 लोगों को फांसी न देनी पड़े।''

इतना ही नहीं इस पत्र में ये भी लिखा हुआ है कि, ''बदले का भाव तो शक्ति की परिभाषा नहीं है, माफ करने में ही शक्ति है। पवित्र पुस्तक रामायण भी यही कहती है। पाप, पापी व परिवार को समूल रूप से नष्ट करके भविष्य में होने वाले किसी भी अपराध पर रोक लगाएं।''

बता दें कि, निर्भया के चारों दोषियों के खिलाफ एक नहीं बल्कि चार डेथ वारंट जारी हो चुके हैं। नए व चौथे डेथ वारंट के मुताबिक, सभी दोषियों को 20 मार्च सुबह 5:30 बजे फांसी की सजा दी जानी है।

ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com