UNESC Session 2020 : संयुक्त राष्ट्र (UN) की 75वीं सालगिरह की पूर्व संध्या पर न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम हो रहा है, इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र (UN) को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने इन प्रमुख मुद्दों को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
PM मोदी का यह पहला संबोधन :
UN का अस्थायी सदस्य बनने के बाद PM मोदी का यह पहला संबोधन है। इस दौरान संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद सत्र 2020 के उच्च-स्तरीय खंड में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बात अपने वर्चुअल संबोधन में PM मोदी ने कहा कि, ''सबको भोजन के लिए हम खाद्य सुरक्षा लेकर आए। हमारे खाद्य सुरक्षा योजना से 830 मिलियन नागरिकों को लाभ मिला है, पीएम आवास योजना के जरिए 2022 तक हर भारतीय के सिर के ऊपर अपनी क्षत होगी जब भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा होगा।''
कोरोना वायरस पर बोले PM मोदी :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “COVID19 के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में हमने 150 से अधिक देशों में चिकित्सा और अन्य सहायता दी है।” कोरोना वायरस पर बात करते हुए उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में ये भी कहा- हम सभी प्राकृतिक आपदाओं से लड़े...भारत ने आपदाओं का मुकाबला तेजी और मजबूती से किया, हमने सार्क कोविड इमरजेंसी फंड बनाया। कोरोना से लड़ाई को हमने जन आंदोलन बनाया, कोरोना पर भारत का रिकवरी रेट दुनिया में सबसे बेहतर है। हमने जनता को कोरोना के खिलाफ लड़ाई से जोड़ा, चुनौतियों से हमें मिल-जुल कर लड़ना होगा। अर्थव्यवस्था को वापस ट्रैक पर लाने के लिए पैकेज लाए, हमने आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया।
संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करते हुए PM मोदी ने ये भी कहा कि, "हम एजेंडा 2030 को पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं, हम विकासशील देशों की मदद कर रहे हैं। हमारा सिद्धांत सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है।" इस दौरान अपनी उपलब्धियां की बताई-
हमने गरीबों के लिए घर बनाए।
हमने गरीबों के इलाज के लिए आयुष्मान योजना चलाई।
आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ योजना है।
भारत विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।
विकास के रास्ते पर बढ़ते हुए हम प्रकृति के लिए भी सोच रहे हैं।
पांच साल में हमने 38 मिलियन कार्बन उत्सर्जन कम किया।
सिंगल यूज प्लास्टिक बैन का अभियान चलाया।
यहां देखें PM मोदी के संबोधन की मुख्य बातें :
PM मोदी ने कहा कि, भारत ने स्वच्छता और सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने के लिए बड़े अभियान की शुरुआत की।
भारत में लाखों महिलाओं को स्थानीय सरकार का प्रतिनिधि चुना जाता है। पिछले 6 वर्षों में हमने 40 करोड़ बैंक खाते खोले हैं, जिसमें से 22 करोड़ महिलाओं के अकाउंट हैं।
भारत द्वितीय विश्व युद्ध के तुरंत बाद संयुक्त राष्ट्र के 50 संस्थापक सदस्यों में से था, उसके बाद से काफी कुछ बदल गया है।
आज, संयुक्त राष्ट्र 193 सदस्य देशों को एक साथ लाता है। संगठन से उम्मीदें भी बढ़ी हैं। बहुपक्षवाद भी आज कई चुनौतियों का सामना कर रहा है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में इस बात को दोहराते हुए कहा, भारत संयुक्त राष्ट्र के उद्देश्यों में पूरे समर्थन के साथ अपना सहयोग जारी रखेगा।
साथ ही ये भी बता दें कि, इस वर्ष 2020 में संयुक्त राष्ट्र के उच्च स्तरीय सत्र की थीम है- 'कोविड-19 के बाद बहुपक्षीयवाद: 75वीं वर्षगांठ पर हमें किस प्रकार के संयुक्त राष्ट्र की जरूरत है।'
बताते चलें, यह पहला मौका है जब 2021-22 के कार्यकाल के लिए भारत को 17 जून को सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला भाषण है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने वर्ष 2016 में ECOSOC की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर मुख्य भाषण दिया था।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।