हरियाणा: किसान महापंचायत में प्रधानमंत्री के बयान पर बौखलाए राकेश टिकैत
हरियाणा, भारत। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानाें के आंदोलन का आज 76वां दिन है। आज मंगवार को हरियाणा के कुरुक्षेत्र में आयोजित किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत पहुंचे।
किसान महापंचायत में किसानों की भारी भीड़ मौजूद रही। तो वहीं भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री के आंदाेलनजीवी के बयान की निंदा की और साफ कहा कि, ''यह आंदोलन लंबा चलेगा। अभी सरकार को 2 अक्टूबर तक का समय दिया गया है। दिल्ली से किसान वापस नहीं आ रहे थे जो साढ़े तीन लाख ट्रैक्टर गए थे वे वापस आ रहे थे। सरकार गलतफहमी में न रहे कि किसान वापस चला जाएगा।''
MSP पर कानून बनना चाहिए :
प्रधानमंत्री के आंदाेलनजीवी के बयान पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा- प्रधानमंत्री ने जो आंदोलनजीवी कहा है। हम आंदोलन करते हैं, हम जुमलेबाज तो नहीं हैं। MSP पर कानून बनना चाहिए वो नहीं बन रहा। तीनो काले कानून खत्म नहीं हो रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने 2011 में कहा था कि देश में MSP पर कानून बनेगा। यह जुमलेबाजी थी।
सरकार को कृषि कानून वापस लेना ही होगा :
इतना ही नहीं बल्कि किसान नेता राकेश टिकैत ने ये बात भी कही, ''कृषि कानूनों को सरकार को वापस लेना ही होगा। आंदोलन कई हुए, कई बार आवाज उठीं। चौधरी छोटूराम ने मंडी व्यवस्था बनाई थी, ताकि किसानों का शोषण नहीं हो सके। अगर इस व्यवस्था से छेड़छाड़ की तो ईंट से ईंट बजा देंगे।''
अडानी के भंडारों में साढ़े आठ हजार मैट्रिक टन क्षमता है। मजदूरों की जरूरत नहीं। जो तीन लाख मजदूर मंडी में काम करते हैं। उनका क्या होगा। आढ़ती, मुनीम अपने घर में बैठेंगे। इसके बाद भंडारण करके ये व्यापारी बड़े दामों में फसल बेचेंगे।
किसान नेता राकेश टिकैत
उन्होंने कहा- सरकार ने फूट डालने की काफी कोशिश की। जाति, धर्म, राज्यों के आधार पर कई बार बांटने की कोशिश की। बावजूद संयुक्त किसान मोर्चा डटा रहा। यह एक युद्ध है। कहा, सिंघु बार्डर पर हमारे भाई बैठे हैं। उन्हीं का फैसला अंतिम फैसला होगा।ॉ
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