झारखंड के सबसे ऊंचे रोपवे पर बड़ा हादसा- हवा में लटके 48 लोग, रेस्क्यू जारी
झारखंड, भारत। झारखंड के सबसे ऊंचे रोपवे पर बीती रात बड़ा हादसा हुआ था, जिसका रेस्क्यू ऑपरेशन अभी तक जारी है। इस दौरान एनडीआरएफ और भारतीय सेना हादसे में फंसे लोगों को निकालने के लिए बचाव कार्य जारी है।
अभी भी 48 लोग पहाड़ी पर फंसे :
मिली जानकारी के अनुसार, कल रविवार शाम को 5 बजे के समय त्रिकूट रोपवे की ट्रॉलियां आपस में इस कदर टकराईं थीं कि, त्रिकूट पर्वत पर संचालित रोपवे का सैप टूटने से हवा में करीब 75 से अधिक लोग फंस गए। हालांकि कई लोगों को तो देर रात तक ही निकाल लिया गया है, लेकिन हादसे के 16 घंटे बाद अभी भी 48 लोग पहाड़ी पर फंसे हुए हैं। तो वहीं, 3 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा घायलों को इलाज के लिए देवघर सदर अस्पताल भेजा जा रहा है। भारतीय वायु सेना के अधिकारी ने बताया कि, ''झारखंड के देवघर ज़िले में दो Mi-17 हेलीकॉप्टर बचाव कार्य में लगे हुए हैं। कई लोग दुर्घटना के कारण रोपवे ट्रॉली में फंस गए हैं। ऑपरेशन अभी भी जारी है।''
देवघर रोपवे हादसे में एक महिला की मृत्यु हुई। एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। बचाव अभियान अभी जारी है।
देवघर के डिप्टी कमिश्नर, झारखंड
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की एक टीम को बचाव अभियान के लिए मौके पर तैनात किया गया है। स्थानीय लोग भी बचाव अभियान में एनडीआरएफ की मदद कर रहे हैं।
देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री
तो वहीं, देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने लोगों से अफवाह न फैलाने की अपील करते हुए यह भी कहा कि, ''स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. कुछ लोग अभी भी रोपवे में केबल कारों में फंसे हुए हैं और उन्हें बचाया जा रहा है। सभी पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है।''
तो वहीं, देवघर में हुए त्रिकूट रोप वे हादसे पर सांसद निशिकांत दुबे ने त्रिकूट रोपवे दुर्घटना में घायल परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
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