दिल्ली, भारत। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ अन्नदाता अपनी मांग को पूरा करने के लिए अभी तक आंदोलन (Kisan Andolan) कर रहे हैं, जिसे 7 महीने पूरे होने को हैं और अभी तक इस मामले पर कोई समाधान नहीं हो पाया है। अब आज फिर किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकालने का फैसला लिया। साथ ही राज्यपाल और उपराज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे।
दिल्ली में बढ़ाई सुरक्षा:
दिल्ली में आज किसानों की ट्रैक्टर रैली के मद्देनजर ITO, टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में उपराज्यपाल निवास के बाहर भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। तो वहीं, किसानों के प्रदर्शन के चलते दिल्ली में ताराचंद माथुर मार्ग और राजनिवास मार्ग दोनों तरफ से बंद रहेगा। इस बीच भारतीय किसान यूनियन यूथ विंग के अध्यक्ष गौरव टिकेत ने कहा, ''नए कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए हम आज पूरे देश में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे। हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा।''
उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों से करीब 500 ट्रैक्टर ट्रॉली में किसान पहुंचे हैं। शनिवार को लगभग एक हजार ट्रैक्टर आने की उम्मीद है। यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि, हर 26 तारीख को और हर 10वें दिन किसान ट्रैक्टर रैली लेकर गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रेस प्रभारी शमशेर राणा
तो वहीं, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह ने बताया कि, "पूरा प्रदेश ट्रैक्टर रैली के लिए तैयार बैठा है और बड़े जोर शोर से तैयारियां चल रही हैं।"
सरकार किसानों को हल्के में लेने की भूल न करें :
भाकियू प्रवक्ता ने कहा- पिछले साल लागू किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ उनके आंदोलन के 26 जून को सात महीने पूरे हो जाएंगे। यह आंदोलन आठवे महीने में प्रवेश करेगा। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के किसानों सहित बड़ी संख्या में कृषक गाजीपुर बॉर्डर समेत दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचेंगे। सरकार किसानों को हल्के में लेने की भूल न करे। किसानों का यह आंदोलन कानूनों की वापसी तक चलता रहेगा।
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