ISRO INSAT - 3DS Mission : GSLV-F14 ने उपग्रह को GTO में सफलतापूर्वक किया स्थापित

ISRO INSAT - 3DS Mission : इसे मौसम की भविष्यवाणी और आपदा चेतावनी के लिए उन्नत मौसम संबंधी अवलोकन और भूमि और महासागर सतहों की निगरानी के लिए डिज़ाइन किया गया है।
ISRO INSAT - 3DS Mission
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हाइलाइट्स :

  • GSLV का 16 वां मिशन था INSAT - 3DS मौसम उपग्रह का प्रक्षेपण।

  • जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में सफलतापूर्वक तैनात INSAT - 3DS उपग्रह।

  • उन्नत तकनीक से प्राप्त डाटा के प्रयोग से और सटीक होगा मौसम का पूर्वानुमान।

श्रीहरिकोटा। ISRO द्वारा शनिवार को श्रीहरिकोटा से पूर्व निर्धारित समय पर INSAT - 3DS उपग्रह को प्रक्षेपित किया गया। GSLV-F14 द्वारा उपग्रह को सफलतापूर्वक जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में तैनात कर दिया गया है। यह मिशन GSLV का 16 वां मिशन था। INSAT-3DS उपग्रह भूस्थैतिक कक्षा से तीसरी पीढ़ी के मौसम विज्ञान उपग्रह का अनुवर्ती मिशन है।

GSLV-F14/INSAT-3DS मिशन पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES) द्वारा वित्त पोषित है। इसे मौसम की भविष्यवाणी और आपदा चेतावनी के लिए उन्नत मौसम संबंधी अवलोकन और भूमि और महासागर सतहों की निगरानी के लिए डिज़ाइन किया गया है। उपग्रह वर्तमान में चालू INSAT-3D और INSAT-3DR उपग्रहों के साथ-साथ मौसम संबंधी सेवाओं को बढ़ाएगा। बता दें कि, सैटेलाइट के निर्माण में भारतीय उद्योगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

कैसे उन्नत है यह सैटेलाइट :

जानकारी के अनुसार INSAT-3DS, इसके पूर्व की दो सैटेलाइट INSAT-3D और INSAT-3DR से काफी एडवांस हैं। INSAT-3DS पूर्व में प्रक्षेपित की गई दोनों सैटेलाइट के साथ मिलकर मौसम सम्बन्धी गतिविधि पर नजर रखेगा। इसमें उपयोग की गई उन्नत तकनीक से जो डाटा प्राप्त होगा उससे और सटीक मौसम का पूर्वानुमान किया जा सकेगा।

मिशन के प्राथमिक उद्देश्य :

  • पृथ्वी की सतह की निगरानी, मौसम संबंधी जानकारी।

  • वायुमंडल के विभिन्न मौसम संबंधी मापदंडों की वर्टिकल प्रोफ़ाइल प्रदान करना।

  • डेटा संग्रह प्लेटफ़ॉर्म (डीसीपी) से डेटा संग्रह और डेटा प्रसार क्षमताएं प्रदान करना।

  • सैटेलाइट सहायता प्राप्त खोज और बचाव सेवाएँ प्रदान करना।

केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी डॉ. जितेंद्र सिंह ने मिशन की सफलता पर एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा, 'अजेय! नवीनतम पीढ़ी के जलवायु, मौसम उपग्रह INSAT 3DS के प्रक्षेपण का जश्न। ऐसे समय में अंतरिक्ष विभाग से जुड़े होने पर गर्व है जब टीम इसरो प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत संरक्षण के साथ एक के बाद एक सफलताएं हासिल कर रही है।'

INSAT-3D :

भारत का एक उन्नत मौसम उपग्रह था जो बेहतर इमेजिंग के साथ कॉन्फ़िगर सिस्टम और वायुमंडलीय साउंडर था। INSAT-3D को उन्नत मौसम विज्ञान के लिए डिज़ाइन किया गया था। इसका उद्देश्य मौसम अवलोकन, भूमि और महासागर सतहों की निगरानी, भूमि की वर्टिकल प्रोफ़ाइल उत्पन्न करना, मौसम पूर्वानुमान और आपदा के लिए तापमान और आर्द्रता के मामले में वातावरण चेतावनी।

INSAT-3D :

INSAT-3D , INSAT-3D के समान, भारत का एक उन्नत मौसम विज्ञान उपग्रह है जो एक इमेजिंग सिस्टम और एक वायुमंडलीय साउंडर के साथ कॉन्फ़िगर किया गया है। अपने पूर्ववर्ती INSAT-3D की तरह, INSAT-3DR एक डेटा रिले ट्रांसपोंडर के साथ-साथ एक खोज और बचाव ट्रांसपोंडर भी रखता है। इस प्रकार, INSAT-3DR के तहत विभिन्न मौसम विज्ञान के साथ-साथ खोज और बचाव सेवाएं प्रदान करने की क्षमता को और बढ़ावा मिला था।

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