जम्मू कश्मीर, भारत। ये आन तिरंगा है, ये शान तिरंगा है, अरमान तिरंगा है, अभिमान तिरंगा है, मेरी जान तिंरगा है। तिरंगे की गजब शान है और आज 15 अगस्त को आजादी दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर जगह-जगह तिरंगा लहराया गया है। तो वहीं, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में हरि पर्वत पर स्थित किले की प्राचीर पर शान से 100 फीट ऊंचा तिरंगा लहराया गया।
उपराज्यपाल सिन्हा ने राष्ट्रध्वज का अनावरण किया :
स्वतंत्रता दिवस 2021 के अवसर पर रविवार की सुबह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हरि पर्वत पर स्थित किले की प्राचीर पर स्थापित 100 फुट ऊंचे स्तंभ पर राष्ट्रध्वज का अनावरण किया। इस मौके पर सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने सलामी दी एवं बड़ी संख्या मे स्थानीय लोग मौजूद रहे।
ये ऐतिहासिक अवसर है :
इस दौरान उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "ये ऐतिहासिक अवसर है कि जम्मू-कश्मीर व श्रीनगर के निवासियों, आर्मी, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मिलकर 100फीट ऊंचा तिरंगा जम्मू-कश्मीर को समर्पित किया है।"
मुझे लगता है हमारी शान जो तिरंगे में निहित है वो हम सबको प्रेरणा देगी और जम्मू-कश्मीर को विकास के रास्ते पर ले जाने के लिए अमन चैन कायम करेगी।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा
बता दें कि, डाउन-टाउन में स्थित हरि पर्वत ग्रीष्मकालीन राजधानी के गौरवशाली इतिहास, सभ्यता और संस्कृति का वाहक है। यह कश्मीर की सनातन हिंदू संस्कृति और भारतीयता का प्रतीक है। हरि पर्वत पर स्थित किले के कोह-ए-मारान का किला भी कहते हैं। इसका निर्माण 1808 में अफगान गर्वनर अता मोहम्मद खान ने कराया था। इससे पूर्व इस इलाके में मुगल शासक अकबर ने 1509 में सैन्य छावनी बनवाई थी। मुगल सैनिक अपनी छावनी में ही ज्यादातर रहते थे। कश्मीर में इस्लामिक आक्रांताओं के शासन और इस्लाम के बढ़ते प्रभाव के कारण ही हारि पर्वत का नाम भी कोह ए मारान हो गया था।
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