राजनाथ सिंह ने लखनऊ में रन फॉर यूनिटी रैली को दिखाई हरी झण्डी, सीएम योगी आदित्यनाथ भी रहे मौजूद
हाइलाइट्स-
लौहपुरुष भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती (राष्ट्रीय एकता दिवस) आज।
राजनाथ सिंह ने लखनऊ में रन फॉर यूनिटी रैली को दिखाई हरी झण्डी।
मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेता रहे मौजूद।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश। लौहपुरुष भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर देशभर में आज का दिन राष्ट्रीय एकता दिवस घोषित कर रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें छात्र, युवा और एथलीट सहित बड़ी संख्या में लोग भाग ले रहे हैं। इसी कड़ी में लखनऊ में आयोजित एकता दौड़ रन फॉर यूनिटी का रक्षामंत्री राजनाथ सिंह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर शुभांरभ किया। इस दौरान स्कूलों में भी प्रभात फेरी निकाली गई।
बता दें कि, इस मौके पर एक रैली भी निकाली गई। यह रैली हजरतगंज में सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा से शुरू होकर केडी सिंह बाबू स्टेडियम पर खत्म हुई। इस दौरान कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी समेत कई पदाधिकारी और नेता मौजूद रहे।
राजनाथ सिंह ने कही यह बात:
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस मौके पर संबोधित करते हुए कहा कि, "आज के दिन हमें उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों और नेताओं का स्मरण करना चाहिए, जिन्होंने भारत को आजाद कराने में और स्वतंत्र भारत के निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि, जब भारत आजाद हुआ था तो वह 562 रियासतों में बंटा हुआ था। अंग्रेजों ने जानबूझ कर रियासतों को विलय करने या अलग रहने का निर्णय करने का मौका दिया था। ऐसे में देश के गृहमंत्री के रूप में, सरदार पटेल के सामने क्या कठिन परिस्थिति और चुनौती रही होगी, इसकी आज कल्पना करना भी मुश्किल है।"
उन्होंने कहा कि, "यह सरदार पटेल की दूरदर्शिता और उनकी कूटनीतिक एवं रणनीतिक क्षमता का ही परिणाम था, कि भारत की एकता और अखण्डता सुनिश्चित की जा सकी। आप सभी ने जूनागढ़ रियासत और निजामशाही से जुड़ी घटनाओं के बारे में सुना होगा। सरदार पटेल ने इन दोनों रियासतों का भारत में विलय कराया। जम्मू एवं कश्मीर के विलय का काम भी, यदि सरदार पटेल को ही सौंपा गया होता, तो संविधान की धारा 370 की समस्या पैदा ही नहीं हुई होती। सरकार पटेल ने उस समय सूझ बूझ और दृढ़ता का परिचय न दिया होता तो आज भारतवासियों को जूनागढ़ और हैदराबाद जाने के लिए वीजा पासपोर्ट की जरूरत पड़ रही होती।"
उन्होंने आगे कहा कि, "यह ‘रन फार यूनिटी’ कार्यक्रम हर साल इसलिए आयोजित किया जा रहा है, ताकि इस देश की युवा पीढ़ी, सरदार पटेल के योगदान का महत्व समझे, और उनसे प्रेरणा लेकर भारत की एकता और अखण्डता का संदेश लेकर जनता के बीच उनका संदेश पहुंचाये और उसको जगाये रखें।"
योगी आदित्यनाथ ने कही यह बात:
वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, "रन फॉर यूनिटी'...इस एकता दौड़ के माध्यम से पूरे देश के नागरिक जाति, मत, मजहब, क्षेत्र, भाषा को भूलकर एक साथ राष्ट्रीय एकता के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं।"
उन्होंने कहा कि, "मैं सत्य निष्ठा से शपथ लेता हूं कि...मैं राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भी भरसक प्रयत्न करूंगा, मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं, जिसे सरदार वल्लभ भाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सका। मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्य निष्ठा से संकल्प करता हूं।"
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