बकरीपालन से महिलाएं कर सकती हैं चतुर्दिक विकास : आनंदीबेन पटेल
बकरीपालन से महिलाएं कर सकती हैं चतुर्दिक विकास : आनंदीबेन पटेलRaj Express

बकरी पालन से महिलाएं कर सकती हैं चतुर्दिक विकास : आनंदीबेन पटेल

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को कहा कि परिवार की खुशहाली एवं परिवार के आर्थिक विकास के लिए महिलाओं को आगे आकर बकरीपालन या अन्य व्यवसाय से जुड़ना होगा।

मथुरा, उत्तर प्रदेश। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को कहा कि परिवार की खुशहाली एवं परिवार के आर्थिक विकास के लिए महिलाओं को आगे आकर बकरीपालन या अन्य व्यवसाय से जुड़ना होगा।

उन्होंने बकरी पालने वाली महिलाओं को जियेा टैग एवं आरएफआईडी जैसी सुविधा देने के लिए राजभवन से पांच लाख रूपये की धनराशि देने की भी घोषणा की। उन्होने कहा कि बहुत सी महिलाएं एवं बेटियां बकरीपालन, पशुपालन, स्वयं सहायता समूह, मशरूम की खेती आदि से जुड़ चुकी हैं क्योंकि वे अच्छी तरह समझ चुकी हैं कि यदि परिवार को खुशहाल बनाना है तथा घर में पंखा, फ्रिज आदि को आना है तो उन्हें भी पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि राजस्थान से जो पहला ग्रुप उनके सामने आया तो वहां की महिलाएं उक्त सोंच के तहत 30 से 40 बकरियां तक पाल रही हैं।

आईसीएआर केन्द्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान मखदूम फरह मथुरा में सोमवार से शुरू हुए 100 वें बकरी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का उदघाटन करने के बाद उपस्थित किसानों, महिलाओं, वैज्ञानिकों एवं अन्य को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो वे महिलाओं से कहते थे कि वे स्वयं सहायता समूह, पशुपालन आदि से अपने परिवार की आमदनी इतनी बढ़ाएं कि वे बीपीएल परिवार की श्रेणी से हट जाएं।

बकरी पालन की आवश्यकता पर बल देते हुए राज्यपाल ने कहा कि बकरी के दूध से टीबी जैसी भयानक बीमारी तीन महीने में ठीक हो जाती है क्योंकि बकरी का दूध बहुत अधिक पौष्टिक होता है।इसे गर्भवती महिलाओं और बच्चों को देकर घर से बीमारी भगाई जा सकती है इसलिए बकरी पालन को अपनाने की आवश्यकता है।

उन्होंने बताया कि आज जियो टैग लगाकर किस प्रकार से जंगल में चर रही बकरी को ढूंढा जा सकता है और 100 रूपए के आरएफआईडी इंजेक्शन से यह पता लगाया जा सकता है कि बकरी गर्भवती है तथा उसकेा स्वस्थ भी रखा जा सकता है। गुजरात मे महिलाएं 60 से 70 तक बकरियां पालकर अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर कर रही हैं।

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