ICU डॉक्‍टर से सीखिए, कैसे कर सकते हैं स्‍ट्रेस को मैनेज
ICU डॉक्‍टर से सीखिए, कैसे कर सकते हैं स्‍ट्रेस को मैनेजRaj Express

ICU में रहने वाले डॉक्‍टर से सीखिए, कैसे कर सकते हैं स्‍ट्रेस को मैनेज

तमाम कोशिशों के बाद भी तनाव आपको घेरे है, तो यहां ICU में रहने वाले डॉक्‍टर ने इसे मैनेज करने के बहुत ही साधारण तरीके बताए हैं। इन्‍हें फॉलो करने में आपका न ही पैसा खर्च होगा और न ही मेहनत लगेगी।

हाइलाइट्स :

  • तनाव हमारी काम करने की क्षमता को प्रभावित करता है।

  • इसे अनदेखा करने पर मानसिक रूप से बीमार हो सकता है व्‍यक्ति।

  • तनाव से बचने के लिए दोपहर दो बजे के बाद कॉफी न पिएं।

  • नीचे बैठकर खाना खाने से दूर होता है तनाव।

राज एक्सप्रेस। हमारी जिन्‍दगी में हर रोज नई मुश्किलें आती हैं। कई बार हालात ऐसे हो जाते हैं, कि संभाले नहीं संभलते और हमें बेवजह का स्‍ट्रेस दे जाते हैं। बता दें कि तनाव आपकी परफॉर्मेंस और काम करने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। अगर इस पर ध्‍यान न दिया जाए, तो व्‍यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार हो सकता है। कई बार तनाव से उबरने के लिए हम इंटरनेट का सहारा लेते हैं। आसपास के लोगों से इसे दूर करने के तरीके पूछते हैं। लेकिन वास्तव में तनाव क्‍या होता है और इससे कैसे निपटा जाए, आईसीयू में मौजूद डॉक्‍टर से बेहतर कोई नहीं बता सकता। ऑस्‍ट्रेलिया के रॉयल पर्थ हॉस्‍पीटल के इंटेंसिव केयर कंसल्टेंट 42 साल के डॉ.मैट मार्गन ने स्‍ट्रेस मैनेजमेंट के बारे में बताया है। उनके अनुसार, अगर आईसीयू में मौजूद डॉक्‍टर स्‍ट्रेस हैंडल न कर पाए, तो किसी की जान तक जा सकती है। उन्‍होंने तनाव को दूर करने के कुछ तरीके बताए हैं, जो उनके अनुभवों पर आधारित हैं। तो चलिए जानते हैं उन तरीकों के बारे में, जो तनाव को ठीक से डील करने में आपकी मदद करेंगे।

दोपहर 2 बजे के बाद कॉफी न पिएं

सुनकर आपको थोड़ा अजीब लग रहा होगा, लेकिन तनाव से बचने के लिए दाेपहर में 2 बजे के बाद कॉफी नहीं पीना चाहिए। डॉ.मार्गन कहते हैं कि मैं आमतौर पर सुबह एक गिलास पानी और एक कड़क कॉफी पीता हूं, फिर नाश्ता करता हूं। दिन में कई बार कॉफी लेता हूं, ताकि मैं अलर्ट रह सकूं। हालांकि, कुछ साल पहले मुझे मालूम चला कि कैफीन के कारण मेरा तनाव बढ़ रहा है। इसलिए मैंने दोपहर 2 बजे के बाद इसका सेवन बंद कर दिया है।

अच्‍छी चीजों को याद रखें

खराब और बेवजह की बातें, तनाव का सबसे बड़ा कारण हैं। इनके बारे में सोच सोचकर हम डिप्रेशन को भी गले लगा सकता है। डॉ. मार्गन बताते हैं कि मेरा काम बहुत ज्‍यादा स्ट्रेसफुल है। अगर मैं कुछ सेकंड में निर्णय नहीं लेता तो किसी की जान जा सकती है। ऐसे लोगों के बीच रहने से जो जीवन की लास्‍ट स्‍टेज पर हैं, उन्‍हें देखकर हर कोई उदासी या तनाव की स्थिति में आ सकता है। ऐसे में मैं हमेशा दुख देने वाली बातों को याद करके परेशान होने के बजाय, जो अच्छी चीजें मेरे आसपास घट रही हैं, उन पर फोकस करता हूं।

लिखना शुरू करें

आज भी कई लोग ऐसे हैं, जो अपने दिन भर की सभी बातें एक डायरी में लिखते हैं। ऐसा नहीं कि उनके पास चीजों को शेयर करने के लिए अपना कोई नहीं है। बल्कि ये तनाव को दूर भगाने का सबसे अच्‍छा तरीका है। डॉ.मार्गन के अनुसार, एक तनावपूर्ण दिन के बाद वे डायरी में चीजें लिखते हैं। वह बताते हैं कि मैं अक्‍सर मरीज़ों द्वारा कही गई प्रभावशाली बातों को एक नोटबुक में लिख लेता हूं।

फैमिली को समय दें

मैं वीकेंड और हॉलिडे सहित शिफ्टों में भी काम करता हूं। अगर मेरी शिफ्ट रात की होती है, तो जाने से पहले मैं अपनी बेटियों के साथ लंच करता हूं और वाइफ के साथ क्‍वालिटी टाइम स्‍पेंड करता हूं। मेरा यह रूटीन मुझे तनाव से काफी हद तक दूर रखता है।

अच्‍छी नींद लें

अक्‍सर अच्‍छी नींद न लेने पर भी तनाव में वृद्धि हो सकती है। डॉ.मार्गन बताते हैं कि जब मैं घर पर होता हूं, तो मैं मेल चैक नहीं करता, मेरा फ़ोन एक शेड्यूल पर चलता है, रात आठ बजे अपने आप बंद हो जाता है। मेरा यह समय सिर्फ और सिर्फ मेरे परिवार और दोस्‍तों के लिए होता है। इस सबके बाद मैं एक अच्‍छी नींद लेने में कामयाब हो पाता हूं। मार्गन हर किसी को कम से कम 8 घंटे की नींद लेने की सलाह देते हैं।

कुछ भी खाएं, पोषक तत्‍वों से भरपूर हो

बहुत से लोगों को इस बात का अहसास नहीं होता, कि उनका खानपान ही उनके तनाव की वजह है। मार्गन बताते हैं कि मैं दोपहर में आमतौर पर सलाद या सैंडविच लेता हूं। इसमें रोस्टेड ग्रीन वेजिटेबल, पनीर, शकरकंद, मेवे और बीज की स्‍टफिंग होती है। बता दें कि हरे पत्तेदार साग में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो तनाव में होने पर आपके शरीर में पैदा होने वाले हानिकारक अणुओं को बेअसर कर देते हैं।

खाना खाने के लिए हमेशा नीचे बैठें

कई बार बिजी शेड्यूल के कारण चलते-फिरते कुछ भी खा लेते हैं। मार्गन के अनुसार, आप कितने भी व्यस्त क्यों न हों, हमेशा यह ध्‍यान रखें कि आप दोपहर का खाना बैठकर खाएं। इस तरह से खाना खाने से मानसिक तनाव काफी हद तक दूर होता हे। बीमारियां नहीं होती और मन भी शांत रहता है।

यहां तनाव को दूर करने के लिए बताए गए तरीके डॉक्‍टर के अपने अनुभव हैं। स्थिति के अनुरूप तनाव को डील करने के तरीके हर किसी के लिए अलग-अलग हो सकते हैं। जिन लोगों को अक्‍सर ही तनाव रहता है, वे इन टिप्‍स को फॉलो कर सकते हैं।

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