बच्‍चों को बचाएं हीट स्‍ट्रोक से
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बच्‍चों को बचाएं हीट स्‍ट्रोक से, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने दिए वॉर्निंग साइन

वर्तमान मौसम को देखते हुए बच्‍चों को हीट स्‍ट्रोक से बचाना जरूरी है। विशेषज्ञों के अनुसार, बच्‍चों को तेज धूप में बाहर न निकालें, तरल पेय पिलाते रहें और हल्‍के रंग के कपड़े पहनाएं।

राज एक्सप्रेस। वर्तमान में पूरा देश गर्मी की लहर से जूझ रहा है। मौसम की स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने बच्‍चों को हीट स्‍ट्रोक से बचाने की गुजारिश की है। बता दें कि देश की राजधानी दिल्‍ली , उत्‍तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना असैर छत्तीसगढ़ में तापमान 40 को पार कर गया है। इन दिनों यहां लोगों का गर्मी से बुरा हाल है। इस मौसम को ध्‍यान में रखते हुए स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने हाल ही में बच्‍चों में हीट स्‍ट्रोक के चेतावनी संकेतों की लिस्‍ट जारी की है। बता दें कि बढ़ते तापमान की वजह से ऐसा होता है। जहां तक बच्‍चों की बात है कम रक्‍त मात्रा और कम पसीना आने की वजह से इन्‍हें हीट स्‍ट्रोक का ज्‍यादा खतरा रहता है। हालांकि, यह गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन लक्षणों की पहचानकर इसका इलाज करने से बचाव किया जा सकता है।

बच्‍चों में हीट स्‍ट्रोक के लक्षण

  • बच्‍चा खाना खाने से मना करे

  • बहुत ज्‍यादा चिड़चिड़ापन

  • पेशाब कम होना

  • सुस्ती और कमजोरी

  • किसी भी जगह से खून बहना

क्‍यों होता है हीट स्‍ट्रोक

शरीर की गर्मी ज्‍यादा गर्म परिस्थितियों, ज्‍यादा मॉइस्चर लेवल और अन्य परिस्थितियों में खतरनाक लेवल तक बढ़ सकती है। इससे गर्मी से जुड़ी बीमारियां जैसे ऐंठन, गर्मी की थकावट और हीट स्ट्रोक हो सकता है। हीट स्‍ट्रोक तब होता है, जब आप लंबे समय तक धूप में ज्‍यादा टेंपरेचर में रहते हैं या काम करते हैं। ऐसे में आपका शरीर तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाता और लू लग जाती है। लू लगने पर शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है और पसीना आना भी बंद हो जाता है। जिससे शरीर की गर्मी निकल नहीं पाती और व्‍यक्ति हीट स्‍ट्रोक का शिकार हो जाता है। अगर किसी व्‍यक्ति का बॉडी टेंपरेचर 40 डिग्री से ज्‍यादा है, तो यह हीट स्ट्रोक हैं। हीट स्ट्रोक खतरनाक हो सकता है अगर इसका इलाज तुरंत न किया जाए, तो ।

हीट स्‍ट्रोक के लिए करें ये उपाय

डॉक्‍टर के पास ले जाएं

अगर बच्‍चे को बार-बार बुखार आ रहा है, तो इसका मतलब है कि उसे लू लग गई है। यहां दवाओं से काम नहीं चलेगा, तुरंत डॉक्‍टर के पास ले जाएं।

घर के अंदर रखें

हीट स्‍ट्रोक से बचाने के लिए बच्‍चे को घर के अंदर या किसी छांव वाली जगह पर ही रखें।

कपड़े उतारें

हीट स्‍ट्रोक होने पर बच्‍चे के कपड़े उतार दें और उसे सीधा लिटाकर पैरों को थोड़ा ऊपर उठाएं।

पानी से नहलाएं

अगर बच्‍चा होश में है, तो उसे गुनगुने पानी से नहलाएं या फिर उस पर गुनगुना पानी छिड़कें।

खूब पानी पिलाएं

उसे बार बार ठंडा और साफ पानी पिलाएं, फिर भले ही वह प्यासा न हों।

कपड़ों पर दें ध्‍यान

इस मौसम में जितना हो सके बच्‍चों को हल्के रंग के, ढीले कपड़े ही पहनाना चाहिए।

सनस्‍क्रीन लगाएं

घर से बाहर निकलना बहुत जरूरी है, तो सनबर्न से बचने के लिए सनस्क्रीन और हैट पहनाएं।

कार में अकेला ना छोड़ें

दिन का तापमान बहुत ज्‍यादा रहता है, इसलिए इस समय उन्‍हें घर से बाहर जाकर कोई भी एक्टिविटी न करने दें। इसके अलावा उन्हें पार्क की गई कार में अकेला न छोड़ें। कार में बंद रहना बच्‍चों में हीट स्‍ट्रोक का महत्वपूर्ण जोखिम है।

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