इन 6 तरह के लोगों को नहीं करना चाहिए रक्‍तदान
इन 6 तरह के लोगों को नहीं करना चाहिए रक्‍तदानSyed Dabeer Hussain - RE

World Blood Donor Day : हर कोई नहीं कर सकता ब्‍लड डाेनेट, जानें क्‍या हैं इसके नियम

World Blood Donor Day : रक्‍तदान करने के कुछ नियम हैं। यहां हम आपको उन 6 तरह के लोगों के बारे में बता रहे हैं, जो ब्‍लड डोनेट नहीं कर सकते।

World Blood Donor Day : हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्‍लड डोनर डे मनाया जाता है। WHO के अनुसार, इस दिवस को मनाने का उद्देश्य रक्‍तदान के प्रति वैश्विक जागरूकता फैलाना है। हम सभी जानते हैं कि रक्‍तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। किसी को खून देना पुण्‍य का काम है। क्‍योंकि जब आप रक्‍तदान करते हैं, तो सिर्फ अपना रक्‍त नहीं देते, बल्कि लाखों लोगों की जिंदगी उन्हें वापस लौटाते हैं। रक्‍तदान करने से न केवल रक्‍त लेने वाले का भला होता है, बल्कि इससे डोनर का भी शरीर स्वस्थ रहता है। लेकिन आपको बता दें कि हर कोई रक्तदान नहीं कर सकता। कुछ लोगों को रक्‍तदान करने की सख्‍त मनाही होती है। जो लोग किसी बीमारी से ग्रसित हैं या फिर नियमित रूप से दवा लेते हैं, वो ब्‍लड नहीं दे सकते, लेकिन इनके अलावा और भी ऐसी कंडीशन है, जब ब्‍लड डोनेट नहीं किया जा सकता। दरअसल, पूर्ण रूप से फिट होने पर भी कई बार ब्‍लड में कुछ ऐसी चीजें होती हैं, जिससे किसी रोगी की जान को खतरा हो सकता है। तो चलिए आज हम आपको उन लोगों के बारे में बता रहे हैं, जो ब्‍लड डोनेट नहीं करा सकते।

टैटू बनवाने पर

आपको जानकर हैरत होगी, लेकिन अगर आपको टैटू बनवाने का शौक है, तो यह आपको रक्‍तदान जैसे नेक काम करने से रोक सकता है। जी हां, अगर आपने हाल ही में बॉडी के किसी भी हिस्‍से पर टैटू बनवाया है, पियर्सिंग करवाई है या त्वचा में छेद करने वाला कोई भी ट्रीटमेंट कराया हो, तो रक्‍तदान करने के लिए कम से कम 6 महीने का इंतजार करना होगा। डॉक्‍टर्स के अनुसार, इससे हेपेटाइटिस के वायरस के संक्रमण का खतरा रहता है।

सर्दी या फ्लू होने पर

हम सभी जानते हैं कि रक्‍तदान करते वक्‍त आपका स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा होना चाहिए। लेकिन, अगर आपको मामूली सर्दी, गले में खराश, बुखार, पेट में कीड़े या अन्‍य कोई संक्रमण है, तो आप रक्‍तदान से वंचित रह जाएंगे और फिर आपको अपने स्‍वस्‍थ होने तक का इंतजार करना होगा।

वैक्‍सीन लगवाने के बाद

अगर किसी व्‍यक्ति ने हाल ही में वैक्‍सीन लगवाई है, तो उसे रक्‍तदान में हिस्‍सा नहीं लेना चाहिए। हालांकि, यह कंडीशन सामान्‍य एचपीवी या फ्लू जैसे नॉर्मल वैक्सीन पर लागू नहीं होती। डॉक्‍टर्स के अनुसार, कुछ वैक्सीन में एक व्‍यक्ति जीवित संक्रामक एजेंट के संपर्क में आ सकता है। इसलिए व्‍यक्ति को 14 दिन से लेकर 8 सप्‍ताह तक ब्‍लड डोनेट करने से बचना चाहिए।

नया सेक्सुअल पार्टनर हो

समलैंगिक या नया सेक्सुअल पार्टनर बनाने वाले लोगों को भी ब्‍लड देने से पहले 12 महीने का इंतजार करना चाहिए। जिन महिलाओं के पुरुष साथी किसी अन्‍य पुरुष के साथ रिलेशन में हैं, तो वे भी 12 महीने तक ब्‍लड डोनेट नहीं कर सकते।

अंडरवेट होने पर

रक्‍तदान के नियमानुसार, अगर आपका वजन 50 किलो से कम है तो भी आप ब्‍लड डोनर की कैटेगरी में नहीं आते। इसके लिए 18 साल से ज्‍यादा उम्र के व्‍यक्ति को अपने बीएमआई के हिसाब से वेट मेंटेन करना होता है। अगर आप अंडरवेट हैं , तो रक्‍त देने के बाद आप बेहोशी या कमजोरी महसूस कर सकते हैं।

विदेश की यात्रा करने पर

अगर आप हाल ही में विदेश यात्रा से लौटे हैं या पिछले तीन सालों में कहीं मलेरिया के जोखिम वाले क्षेत्र में गए हैं, तो भी रक्त देने से पहले कुछ समय तक इंतजार करना पड़ सकता है। एफडीए के अनुसार, ऐसे लोगों को कम से कम 3 महीने तक रक्‍तदान करने की अनुमति नहीं है।

रक्‍तदान किसी के जीवन का उपहार हो सकता है। इसलिए ब्‍लड डोनेट करने से पहले नियमों के बारे में जरूर जान लें। इससे आप लाखों लोगों की जान खतरे में डालने से बच सकते हैं।

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