राज एक्सप्रेस। गेहूं से बनाए जाने वाले खाद्य पदार्थ में 'दलिया' को भी शामिल किया गया है, जो खाने में टेस्टी होने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। कई पोषक तत्वों से भरपूर दलिया अपने आप में एक संपूर्ण आहार है। आहार-विशेषज्ञ दलिये को सुपरफूड की श्रेणी में रखते हैं और इसके नियमित सेवन करने की सलाह भी देते हैं।
डायबिटीज को करे नियंत्रित :
दलिये में मौजूद फाइबर, कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट और मैग्नीशियम से डायबिटीज टाइप-2 के मरीजों में ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। ये तत्व ऐसे एंजाइम बनाते हैं, जिनकी वजह से भोजन धीरे-धीरे पचता है। इससे ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। यह रक्त में ग्लूकोज को कम मात्रा में रिलीज करता है और इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित रखता है।
ऊर्जा का स्तर सुधारे :
फैट फ्री या लो कैलरी वाला दलिया ऊर्जा का अच्छा स्रोत होता है। दलिये में मौजूद प्रोटीन और विटामिन पूरे दिन आपको ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करते हैं। इसलिए आहार विशेषज्ञ नाश्ते में एक कटोरी दलिये के सेवन को सेहत के लिहाज से फायदेमंद मानते हैं।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए:
दलिये में मौजूद फाइबर आसानी से अवशोषित हो जाता है, जो व्हाइट ब्लड सेल्स को मजबूत बनाता है। इससे प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनती है। दलिया से मिलने वाले मैग्नीशियम, सेलिनियम और जिंक शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। सुपाच्य गुणों के कारण दलिये से बना आहार मरीजों को देने की सलाह दी जाती है।
वजन को रखे नियंत्रित :
वसा-रहित एवं कम कैलरी वाला होने के कारण दलिया वजन को नियंत्रित रखता है। गेहूं से बना दलिया फाइबर, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। दलिये का सेवन पेट देर तक भरे होने का एहसास कराता है।
दांतों को दे मजबूती :
दलिये में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो हमारी हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य के लिए मददगार साबित होते हैं। इसके नियमित सेवन से भरपूर पोषण मिलता है। बढ़ती उम्र में हड्डियों की कमजोरी और जोड़ों में दर्द होने की आशंका बढ़ जाती है, जिसे नियंत्रित रखने के लिए दलिये का सेवन कर सकते हैं।
एनीमिया से बचाए :
दलिये में मौजूद प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखते हैं। इससे शरीर में खून की कमी यानी एनीमिया की आशंका नहीं रहती।
त्वचा को बनाए खूबसूरत :
दलिये में मौजूद विटामिन बी मेटाबॉलिज्म को ठीक रखने में मदद करता है। यह त्वचा और बालों को स्वस्थ बनाता है। इसे दूध में मिलाकर त्वचा पर स्क्रब करने से रूखी या बेजान त्वचा में चमक आ जाती है। इसका फेस पैक लगाने से त्वचा मुलायम और खूबसूरत होती है।
अच्छी नींद के लिए है जरूरी :
दलिया में पाया जाने वाला मैग्नीशियम न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन को भी प्रभावित कर सकता है। जैसे ही हमारा शरीर न्यूरोट्रांसमीटर छोड़ता है, तो इससे तंत्रिका तंत्र और मन को शांति मिलती है। यह अच्छी नींद के लिए काफी जरुरी है। अनिद्रा या नींद से संबंधित अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोग, अपने आहार में दलिये को शामिल करके इससे काफी हद तक निजात पा सकते हैं।
बॉडी बिल्डिंग में सहायक :
दूध में मिलाकर बनाया गया मीठा दलिया प्रोटीन से भरपूर होता है, जो बॉडी बिल्डिंग के शौकीनों के लिए फायदेमंद होता है। प्रोटीन शरीर के विकास और मसल्स के निर्माण के अलावा शरीर को मजबूती प्रदान करने में मदद करता है।
सेवन में बरतें सावधानी :
दलिये को 5 से 70 साल तक, हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण यह आसानी से पच जाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति दिन में एक कटोरी दलिया खा सकता है। बेहतर होगा कि, नमकीन दलिया बनाते समय एक मुट्ठी मूंग धुली हुई दाल और एक कटोरी पसंदीदा मिक्स सब्जियां डालकर पकाएं। इससे प्रोटीन और विटामिन प्रचुर मात्रा में मिलेंगे। नमकीन दलिया के साथ दही का सेवन ज्यादा फायदेमंद है। मीठे दलिये में दूध, ड्राई फ्रूट्स और पसंदीदा फल मिलाकर खाने से इसकी पौष्टिकता बढ़ जाती है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।