बच्‍चे का वैक्सीनेशन आपके लिए बन जाता है चैलेंजिंग
बच्‍चे का वैक्सीनेशन आपके लिए बन जाता है चैलेंजिंगRaj Express

बच्‍चे का वैक्सीनेशन आपके लिए बन जाता है चैलेंजिंग, तो जानिए क्‍या करना चाहिए क्‍या नहीं

बच्‍चे पोलिया, हेपेटाइटिस और रोटावायरस जैसी बीमारियों के प्रति काफी संवेदनशील होते हैं। इसलिए इन्‍हें वैक्‍सीनेशन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है।

हाइलाइट्स :

  • बच्‍चे कुछ बीमारियों के प्रति संवेदनशील होते हैं।

  • 10 साल तक के बच्‍चों को वैक्‍सीन लगवाना जरूरी है।

  • वैक्सीनेशन के दौरान बच्‍चे का हेल्‍थ रिकॉर्ड साथ रखें।

  • बिना लाइसेंस वाले डॉक्‍टर से वैक्सीन न लगवाएं।

राज एक्सप्रेस। बच्‍चे के जन्‍म के बाद समय-समय पर उसे वैक्‍सीन लगवाना जरूरी होता है। वैक्सीनेशन आपके बच्‍चे को घातक बीमारियों से बचाने के लिए किया जाता है। खासतौर से 10 साल तक के बच्‍चों को इसकी बहुत ज्‍यादा जरूरत होती है। कम उम्र में दी जाने वाली वैक्‍सीन से न केवल बच्‍चो को संक्रमण से दूर रखा जा सकता है, बल्कि उनकी प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार होता है।

वैसे माता-पिता के लिए वैक्‍सीनेशन करना आसान नहीं होता। क्योंकि बच्‍चे सुई से बहुत डरते हैं। ऐसे में उससे पहले आपको हिम्‍मत बनाए रखनी चाहिए। अगर आपका बच्‍चा छोटा है और आप उसका वैक्सीनेशन करा रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्‍यान रखना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं बच्‍चे को वैक्‍सीन लगवाने के दौरान क्‍या करना चाहिए और क्‍या नहीं।

क्‍या करें

बिना लाइसेंस वाले डॉक्‍टर से वैक्सीन न लगवाएं

बच्‍चे को वैक्‍सीन लगवाते वक्‍त उसकी सुरक्षा के साथ समझौता नहीं करना चाहिए। हमेशा वैक्सीन लाइसेंस प्राप्त डॉक्‍टर से ही लगवाएं। बिना लाइसेंस वाले डॉक्‍टर इस मामले में बहुत ज्‍यादा ट्रेंड नहीं होते। इसलिए उनसे गलती हो जाती है, जिसका नुकसान बच्‍चे को दर्द के रूप में भुगतना पड़ता है।

वैक्सीनेशन इग्‍नोर न करें

आप कुछ भी भूल जाइए, लेकिन बच्‍चे का वैक्‍सीनेशन नहीं। एक बार ऐसा करने पर आपको बार-बार डॉक्टर के पास जाना पड़ सकता है। ध्‍यान रखें, वैक्‍सीनेशन आपके बच्‍चे को खतरनाक बीमारियों से बचाने के लिए किया जाता है, जिसे इग्‍नोर नही करना चाहिए।

शॉट से पहले कोई दवा नहीं

बच्‍चे को शॉट लगने से पहले और बाद में अपनी मर्जी से कोई भी दवा न दें। ऐसा इसलिए क्‍योंकि कुछ दवाएं वैक्सीन के इफेक्ट को कम कर देती हैं। इसलिए डॉक्‍टर से इस बारे में सलाह ले लें।

घरेलू उपाय न आजमाएं

अगर वैक्सीन के बाद बच्‍चे में कोई असामान्य लक्षण महसूस होते हैं, तो डॉक्‍टर से संपर्क करें । घर पर घरेलू उपाय की मदद से इन्‍हें खुद से ठीक करने की कोशिश करना गलत है।

बच्‍चे के रिएशन की तुलना न करें

कुछ पेरेंट्स ये देख परेशान हो जाते ह क वैक्‍सीन के बाद उनके बच्‍चे के शरीर पर लाल निशान पड़ गया, लेकिन दूसरे बच्‍चे क्यों नहीं। ध्‍यान रखें, हर बच्चे का शरीर अलग होता है और अलग तरह से रिएक्‍ट करता है। तुलना करने से आपको बेवजह का तनाव होगा। इसके लिए आप डॉक्‍टर से सलाह ले सकते हैं।

वैक्सीनेशन के बाद क्या करें

नेशनल हेल्‍थ सर्वे के अनुसार, वैक्सीन के बाद बच्‍चा कुछ देर तक रोता है। कुछ बच्‍चों को सुई लगने के 3 दिन तक उसी हिस्‍से में दर्द और लालपन बना रहता है। कभी -कभी इसमें सूजन भी आ जाती है। जबकि कुछ बच्‍चों में चिड़चिड़ापन और बुखार की शिकायत होती है। सूजन वाली जगह पर बर्फ से सिकाई कर सकते हैं। वहीं बुखार के लिए डॉक्‍टर खुद से दवाई देते हैं। कहते हैं कि वैक्‍सीन के बाद बुखार आना इस बात का संकेत है कि यह असर करना शुरू कर रही है। इसलिए चिंता न करें।

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