राज एक्सप्रेस। आज हम आपको बताने जा रहें हैं। मेवे की खीर कैसे बनाई जाती हैं। आप लोग सूखे मेवों के स्वास्थ्यवर्धक गुणों से तो निश्चित रूप से परिचित होंगे। इसीलिए नवरात्रि का व्रत हो या अन्य व्रत, त्यौहार आदि में जब आपको स्वाद में बदलाव के साथ-साथ ऊर्जा की भी भरपूर आवश्यकता होती है। उस समय आपके लिए सूखे मेवे की खीर एक अच्छा व्यंजन हैं। मेवे की खीर बहुत स्वादिष्ट होती हैं। मेवे की खीर आप कभी भी बनाकर खा सकते हैं। मेवे की खीर में अनाज या चावल नहीं होता हैं। यह खीर आप व्रत, त्यौंहार और अपने परिवार में होने वाले विशेष आयोजनों में भी बना सकते हैं। तो आइये बनाते हैं, मेवे की खीर।
मेवे की खीर बनाने की आवश्यक सामगी-
दूध -1/2 लीटर (2.5 कप)
मखाने – ½ कप
काजू – 10 से 12
किशमिश – 2 बड़ी चम्मच
बादाम – 10
चिरोंजी – 1 बड़ी चम्मच
शक्कर (चीनी) – ¼ कप
सूखा नारियल – 10 ग्राम
इलाइची – 3 से 4
पिस्ता - 8 से 10
मेवे की खीर बनाने की विधि-
मेवे की खीर बनाने के लिए एक बड़े बर्तन में दूध डालकर उबलने रख दीजिए। भगोने को इस्तेमाल करने से पहले उसे धो ज़रूर लें। क्योंकि सूखे भगोने में दूध उबालने से यह तले पर लगकर जल सकता है। इसी बीच मेवों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लीजिए। नारियल को एकदम पतला-पतला काटिए। इलायची के भी छिलके निकालकर कूटकर पाउडर बना लीजिए। जब दूध में उबाल आ जाए, तब उबले हुए दूध में सारे मेवे- (मखाने), काजू, बादाम, चिरोंजी, किशमिश और नारियल डाल दीजिए। दूध को चम्मच से अच्छी तरह चलाकर मेवे मिला दीजिये। अब 10 मिनट तक गैस की धीमी आंच पर पकने दीजिए। हर 2-3 मिनिट के बाद खीर को चम्मच से चलाते रहिये।
अब आप देखेंगे की मेवे की खीर गाढ़ी हो गई हैं। जब आप चम्मच से खीर को ऊपर से गिरायेंगे तो मेवे और दूध एक साथ गिरना चाहिये। तब आप समझियें की खीर बन चुकी हैं। इसके बाद खीर में चीनी मिला दीजिये और इलाइची पाउडर डालकर भी मिक्स कर दीजिए। अब गैस बंद कर दीजिए और खीर को 2 मिनट के लिए ढक दीजिए। ताकि इलायची की महक मेवों में अच्छी तरह से समा जाए और चीनी भी घुल जाएगी। अब खीर को एक प्याले में निकाल लीजिये और पिस्तों से सजा कर रख दीजिए। मेवा की खीर को गर्मागर्म या ठंडी जैसे चाहें खाएं। वैसे तो खीर को फ्रिज में 2 से 3 घंटे के लिए रखकर ठंडा सर्व किया जाए, तो इसका ज़ायका बेहद उम्दा लगता है।
सूखे मेवे खाने के स्वास्थ्य लाभ-
सूखे मेवे स्वास्थ्य के लिए बहुत शक्तिवर्द्धक होते हैं। प्रोटीन से भरपूर सूखे मेवों में फाइबर, फाइटो न्यूट्रियंट्स एवं एन्टी ऑक्सीडेण्ट्स जैसे विटामिन ई एवं सेलेनियम की बहुत अधिक मात्रा होती है। बादाम, किशमिश, काजू, मूंगफली, अखरोट, मेवे आदि नॉन वेज फूड का एक अच्छा विकल्प भी माने जाते हैं। साथ ही 1 कप बादाम में 32 ग्राम प्रोटीन, मूंगफली में 36 ग्राम प्रोटीन और काजू में 20 ग्राम प्रोटीन मिलता है। वैज्ञानिकों के अनुसार प्रतिदिन एक कप में विभिन्न प्रकार के मेवों का सेवन करना चाहिए। मेवों को तलने या भूनने से उनके गुण नष्ट हो जाते हैं। इसलिए (dry fruits) मेवे की खीर बनाकर खाने से ज्यादा फायदा होता है।
आइये और जातने हैं। स्वादिष्ट मेवों के बारे में-
बादाम में कैल्शियम, विटामिन-ई, विटामिन बी और फाइबर की मात्रा मौजूद होती है।
अंजीर मोटापा कम करने में कारगर और भूख को नियंत्रित रखने में सहायक होता है।
पिस्ता हृदय रोगियों के लिए बहुत लाभकारी है, यह विटामिन बी-6 का प्रमुख स्रोत है। डाइटिंग कर रही महिलाओं के लिए पिस्ता फायदेमंद होता है।
किशमिश का सेवन करना बहुत बढ़िया माना जाता है। यदि आपकी याददाश्त कमज़ोर हो गई तो आप किशमिश खाएं।
काजू को सूखे मेवे का राजा भी कहा जाता हैं। काजू का सेवन करना, शरीर को ऊर्जा देने के साथ कई बीमारियों से हमारी रक्षा करनाता है।
अखरोट को खाने से मधुमेह, मोटापा, कैंसर और दिल की बीमारियां दूर रहती हैं। अगर आपको अनिद्रां की समस्या है, तो इसका सेवन जरुर करें।
मूँगफली में प्रोटीन की मात्रा 25 प्रतिशत से भी अधिक होती हैं। साथ ही मूंगफली पाचन शक्ति बढ़ाने में भी कारगर है।
पीकन: अखरोट के परिवार का यह मेवा ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करके दिल की बीमारी होने से बचाता हैं। इसको खाने से त्वचा भी गोरी हो जाती है।
सूखी खुबानी का सेवन प्यास और कफ में फायदेमंद है। इसमें विटामिन ए, बी कॉम्लेक्स और सी की प्रचुरता होती है।
सुबह-शाम 3 छुहारे खाने के बाद गर्म पानी पीने से कब्ज दूर होती है।
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