कांजीरापल्ली जनसभा में बोले शाह-मुझे कांग्रेस पार्टी की बातें समझ ही नहीं आती
केरल, भारत। पांचों राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियों का प्रचार चरम पर है। इसी के मद्देनजर आज देश के गृहमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने अपना चुनावी बिगुल केरल में फूंका। पहले अमित शाह ने केरल के त्रिप्पुनितुरा में रोड शो किया और अब कांजीरापल्ली में एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं।
LDF-UDF ने केरल को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया :
केरल के कांजीरापल्ली में जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने कहा कि, ''केरल एक जमाने में विकास और टूरिज्म के मॉडल के रूप में, सबसे ज्यादा शिक्षित और शांतिप्रिय प्रदेश के रूप में जाना जाता था, लेकिन LDF और UDF ने केरल को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है।''
अमित शाह ने पूछा सवाल -
गृह मंत्री शाह ने कहा कि कुछ पत्रकारों ने कहा कि केरल के मुख्यमंत्री कहते हैं कि ED भेदभाव के साथ जांच कर रही है। क्या गोल्ड स्कैम का मुख्य आरोपी आपके कार्यालय में काम करता था या नहीं? क्या आपकी सरकार ने मुख्य आरोपी को 3 लाख रुपये का मासिक वेतन दिया था या नहीं?
केरल की जनता को मैं यह कहता हूं कि, जिस राज्य के मुख्यमंत्री कार्यालय, उनके प्रधान सचिव, प्रधान सचिव द्वारा प्रमोट की गई महिला, तस्करी में शामिल हो, उस मुख्यमंत्री को फिर से चुनने का क्या मतलब है?
एलडीएफ सरकार ने पूरे प्रशासन को अपनी कैडर में बदलने का काम किया है। अपनी पार्टी के कैडर को सरकारी पद दिलाने के लिए, पब्लिक सर्विस कमीशन को रिमोट कंट्रोल से ये लेफ्ट पार्टियां चलाती हैं।
अमृत योजना के तहत 1100 करोड़ रुपये की लागत से शहरों को अपग्रेड करने का काम चल रहा है। नेशनल हाईवे के लिए 65,000 करोड़ रुपये केरल के लिए देने का काम नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। कोच्चि मेट्रो के विकास के लिए 1957 करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने भेजे हैं।
गृह मंत्री अमित शाह
अमित शाह ने कहा- जनता के मन में जो मुद्दे हैं यदि उन्हें उठाना धार्मिक ध्रुवीकरण है तो यह धार्मिक ध्रुवीकरण की नई परिभाषा सुन रहे हैं। कोई रमजान मनाए, क्रिसमस भी मनाए, हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा पर तो रोक नहीं लगा सकते। लोकसभा चुनाव में हम बंगाल में 18 सीटें जीते और तीन सीटें हम 5,000 से कम के अंतर से हारे। अब तो लोगों को भाजपा की जीत पर यकीन है। आज की तारीख में 85 फीसद बूथों पर हमारा संगठन बन चुका है।
अमित शाह ने जनसभा के दौरान ये बात भी कही कि, ''पांच साल में 2,000 से ज्यादा सशस्त्र उग्रवादी हथियार छोड़कर मुख्यधारा में आए हैं। एक समय असम में आंदोलन, कर्फ्यू, आतंकवाद, हत्याएं आए दिन होती थीं। आज पांच साल से असम में शांति है और प्रदेश विकास के रास्ते पर चल पड़ा है।''
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