क्या महाराष्ट्र में लग सकता है राष्ट्रपति शासन ?
राज एक्सप्रेस। महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की ओर इशारा करते हुए एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन तो लग सकता है लेकिन हाल-फिलहाल में महाराष्ट्र में दोबारा चुनाव होने की संभावना नहीं है। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध पर को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने ये बात कही। पवार ने कहा-'प्रदेश की जनता ने शिवसेना और उनके सहयोगियों को ‘‘स्पष्ट’’ जनादेश दिया है। पता नहीं क्यों महाराष्ट्र के राज्यपाल सबसे बड़े दल को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं कर रहे।" शरद पवार ने आगे कहा कि राज्यपाल कब तक इंतजार कर सकते हैं, उन्हें कोई फैसला लेना ही पड़ेगा।
शरद पवार ने कहा कि शिवसेना और बीजेपी को सरकार बनाने के लिए स्पष्ट जनादेश मिला है और उन्हें सरकार बनानी चाहिए। यही बात हमारे और रामदास अठावले जी के बीच भी हुई थी। सरकार के गठन में हो रही देरी का असर राज्य का अर्थव्यवस्था और अन्य कामों पर पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन पर फडणवीस ने कहा कि कई मुद्दों पर बात करने के लिए मैंने उद्धव को फोन किया था। लेकिन उन्होंने मेरा फोन नहीं उठाया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी और शिवसेना के बीच कभी भी सीएम पद को लेकर 50-50 के फॉर्मूले पर निर्णय नहीं हुआ था, मैंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, नितिन गडकरी से भी इस बारे में पूछा, लेकिन उन्होंने भी सीएम पर 50-50 फॉर्म्युले पर किसी भी तरह के फैसले से इनकार किया है।
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 105, शिवसेना 56, राकांपा 54, कांग्रेस 44, बहुजन विकास अघाड़ी 03, सपा 02, एआईएमआईएम ने 02 सीटें जीती हैं। 13 निर्दलीय भी विधानसभा में पहुंचने में कामयाब हुए हैं, जबकि अन्य छोटे दलों के 11 विधायक हैं। 13 निर्दलीय विधायकों में से आठ ने शिवसेना को और पांच ने भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की है।
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