जम्मू कश्मीर में चुनाव होना चाहिए: फारुख अब्दुल्ला
जम्मू कश्मीर, भारत। जम्मू कश्मीर में इन दिनों आतंकवादीयों द्वारा आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है, जिसके चलते उनकी हत्या हो रही है और इन दिनों घाटी में टारगेट किलिंग के मामले में इजाफा देखने को मिल रहा है। इस बीच अब केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में चुनाव की मांग उठी है और यह मांग जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने की है।
जम्मू कश्मीर के लोगों को एक निर्वाचित सरकार मिलनी चाहिए :
दरअसल, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने राज्य में चुनाव होने की मांग करते हुए साफ तौर पर कहा- जम्मू कश्मीर के लोगों को एक निर्वाचित सरकार मिलनी चाहिए क्योंकि, वही लोगों की समस्याओं का हल कर सकती है। जम्मू कश्मीर में चुनाव होना चाहिए।
इस दौरान फार्म कब डाले सरकार को आड़े हाथ लेते हुए यह बयान भी दिया कि, "यह जनता की सरकार नहीं है। यह नौकरशाही है। जब तक चुनी हुई सरकार नहीं होगी, तब तक लोगों की समस्याएं कभी खत्म नहीं होंगी। इसलिए आवश्यक है कि राज्य में चुनाव कराया जाए, ताकि लोग मतदान कर सके और अपनी पसंद की सरकार को सत्ता में ला सकें।"
आतंकवाद के लिए अनुच्छेद 370 जिम्मेदार :
साथ ही जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाओं का जिक्र करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने आतंकवाद के लिए अनुच्छेद 370 जिम्मेदार बताया एवं आगे फारूक अब्दुल्ला ने यह भी पूछा- पांच अगस्त 2019 को इसे निरस्त कर दिये जाने के बाद फिर घाटी में आतंकवाद कैसे बढ़ गया? इसलिये अनुच्छेद 370 इसके लिये जिम्मेदार नहीं था। स्थिति खतरनाक है और इसका असर देश पर हो रहा है। यह चिंता का विषय है। हम चाहते हैं कि वह यहां रूकें और जब तक उनके मन में यह भावना पैदा नहीं होती कि वह यहां सुरक्षित हैं, तब तक वह यहां से पलायन करते रहेंगे।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।