बूथ अध्यक्ष संकल्प सम्मेलन को संबोधित कर जेपी नड्डा ने राजस्थान सरकार पर बोला हमला
राजस्थान, भारत। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने आज मंगलवार को राजस्थान के सूरतगढ़ में बूथ अध्यक्ष संकल्प सम्मेलन को संबोधित किया।
हमारा बूथ-सबसे मजबूत :
सूरतगढ़ में आयोजित 'बूथ संकल्प सम्मेलन' में जे.पी. नड्डा ने अपने संबोधन में कहा- बूथ ही वो रचना है, जो सत्ता का उद्गम स्थान है। हमें जो भी ताकत मिलती है, वो बूथ से ही मिलती है। इसलिए हमारा नारा भी रहा है- हमारा बूथ-सबसे मजबूत। हमें अपने बूथ को मजबूत करना है और वो संस्कार देने हैं, जिससे पार्टी को मजबूती मिले। जो बूथ अध्यक्ष होता है, वो उत्प्रेरक है, वो ताकत प्रदान करता है। वो बूथ के वोटों का रक्षक है। इसलिए सभी बूथ अध्यक्षों से मेरा निवेदन है कि हमारी जमीन मजबूत रहे, उससे हम किसी को भी हराने में सक्षम होंगे और पार्टी की विचारधारा को यशस्वी करने में सफल होंगे।
जे.पी. नड्डा ने बताया कि, ''अखिलेश यादव को भी यूपी में मजबूरी में विकास की बात करनी पड़ी, लेकिन जनता ने उनकी बात को नकार दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की बात को आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत की राजनीति की संस्कृति बदल दी है। पहले हमारे विपक्षी जातिवाद, संप्रदायवाद, क्षेत्रवाद, परिवारवाद के आधार पर चुनाव लड़ते थे। लेकिन आज उन्हें भी मजबूरी में विकास की बात करनी पड़ती है।''
पहले भारत मदद मांगने वाले देश के रूप में जाना जाता था, लेकिन आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी दुनिया को मदद देने जाते हैं, मदद लेने नहीं जाते। हमने देश में 190 करोड़ से ज्यादा टीके तो लगाए ही हैं, साथ ही 18.5 करोड़ वैक्सीन भारत ने 100 देशों को भी दी है।
गांधी जी ने अपना जीवन खादी के लिए लगा दिया था। लेकिन कांग्रेसी 70 साल में भी खादी का उत्थान नहीं कर पाए। 2021-22 के मार्च में 1.15 लाख करोड़ रुपये का टर्नऑवर खादी ने किया है। खादी का उत्थान भी मोदी सरकार में हुआ है।
भाजपा सरकार गांव, गरीब, पीड़ित, शोषित, किसान, महिला, युवाओं को मजबूत करने के लिए योजनाएं चला रही है। किसानों के लिए सही मायने में किसी ने काम किया है तो वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किया है। 11 करोड़ किसानों को साल में 6,000 रुपये की मदद दी जा रही है।
विपक्षियों ने कभी अपने भाषण में बुनियादी सुविधाओं की चर्चा नहीं की। ये चर्चा करेंगे तो दंगों की करेंगे, जाति की करेंगे, समाज को बांटने की चर्चा करेंगे। हम सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की चर्चा करते हैं।
आज अखबार खोलो तो कभी करौली, कभी जोधपुर, की घटनाओं के समाचार दिखते हैं। जिस दिन जोधपुर में लोग सड़कों पर थे, उस दिन गहलोत साहब जयपुर में अपना जन्मदिन मना रहे थे। "जब रोम जल रहा था, तो नीरो बांसुरी बजा रहा था," ये स्थिति इन्होंने खड़ी कर दी है।
राजस्थान संस्कारों के लिए, शांति के लिए, विकास के लिए, संस्कृति के लिए जाना जाता है, लेकिन राजस्थान का आज का नेता भ्रष्टाचार से, अनाचार से जुड़ा है। दलितों पर, महिलाओं पर उत्पीड़न करने वाली उनकी सरकार है।
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