हाइलाइट्स :
INX मीडिया के आरोपी पी चिदंबरम क्रोहन रोग से ग्रसित
डॉक्टर ने दी जीवाणु रहित माहौल में इलाज कराने की सलाह
13 नवंबर तक रहेंगे तिहाड़ जेल में ही
कराई जाएंगी कई सुविधाएं भी उपलब्ध
याचिका पर सुनवाई अब 4 नवंबर को
राज एक्सप्रेस। INX मीडिया के आरोपी पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को लेकर कोर्ट ने नया फैसला (P Chidambaram High Court Hearing Update) लिया है कि, चिदंबरम अब 13 नवंबर तक तिहाड़ जेल में ही रहेंगे साथ ही उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ED) को नहीं सौंपा जाएगा। बताते चलें कि, चिदंबरम 24 अक्टूबर तक ED की गिरफ्त में ही रहने वाले थे, लेकिन वो आज तक ED की हिरासत में ही थे, आज जब दिल्ली कोर्ट ने फैसला सुनाया तब उन्हें ED को हिरासत में देने से मना कर दिया है। इसके अलावा कोर्ट द्वारा चिदंबरम को एक अलग सेल में रखे जाने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
अन्य सुविधाएं भी की जाएंगी उपलब्ध :
पी. चिदंबरम को तिहाड़ जेल में एक अलग सेल तो मिलेगी ही साथ ही उन्हें घर का बना खाना, वेस्टर्न टॉयलेट्स और उनकी दवाईयों जैसी अन्य कुछ सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। आज यानि गुरूवार को उनकी जमानत याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट सुनवाई करेगी। हालांकि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रह चुके पी. चिदंबरम ने अपने स्वास्थ खराब होने को लेकर कोर्ट में जमानत की अर्जी लगाई है। जिसकी याचिका कपिल सिब्बल द्वारा मुख्य न्यायाधीश डी. एन. पटेल और न्यायमूर्ति सी हरिशंकर की पीठ को सौंपी गई थी। बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट से आये फैसले के मुताबिक, आज (गुरूवार) इस याचिका को सूचीबद्ध कर इसपर सुनवाई की जाएगी।
डॉक्टर से ली परामर्श :
एक तरफ चिदंबरम को जमानत मिलना मुश्किल हो रहा है जिसके लिए कपिल सिब्बल ने शीघ्र सुनवाई की मांग की है वहीं दूसरी तरफ चिदंबरम ने एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी (AIG), हैदराबाद के बहुचर्चित डॉक्टर से परामर्श ली और अपना चेकअप कराने के लिए छह दिन की जमानत मांगी है।
खुद को बताया क्रोहन रोग का शिकार :
पी. चिदंबरम का कहना है कि, वो क्रोहन रोग से ग्रसित हैं जिसके चलते उन्हें पांच अक्टूबर से लगातार पेट में तेज दर्द है और इसके लिए उन्हें डॉक्टर की परामर्श और इलाज की सख्त जरूरत है। उन्होंने ये भी बताया कि, उन्हें ये क्रोहन रोग अभी से नहीं है, उन्हें अपने इस रोग से ग्रसित होने की जानकारी 2017 में ही लग गई थी, जानकारी के लिए बता दें कि, इस रोग में आंतों में सूजन रहती है, जिसके चलते पेट में दर्द, दस्त और वजन घटने जैसी बिमारियाँ लगी रहती है।
AIIMS में कराया गया था भर्ती :
चिदंबरम द्वारा दायर की गई याचिका के मुताबिक, उन्हें 7 अक्टूबर को AIIMS हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था और एंटीबायोटिक और पेन किलर्स दी गई थी, जिससे उनके पेट दर्द में उन्हें राहत मिली थी, इसके बाद उन्हें 22 अक्टूबर को दोबारा पेट दर्द हुआ था, जिसके बाद उन्हें 23 अक्टूबर को फिर से AIIMS हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले जाया गया और उन्हें नई दवायें दी गई थी, परंन्तु उन्हें पेट दर्द में कोई राहत नहीं मिली जिसके कारण 24 और 26 अक्टूबर को उनकी फिरसे जांच हुई और 28 अक्टूबर को उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में टेस्ट कराने के लिए ले जाया गया।
याचिका के मुताबिक, उन्हें इन टेस्ट के बाद 16 हफ्तों के लिए स्टेरॉयड इलाज के लिये कहा गया है, साथ ही यह भी कहा गया है कि, उन्हें AIIMS हॉस्पिटल से राहत नहीं मिल रही है, इसलिए उन्हें एआईजी हॉस्पिटल में नियमित तरह से इलाज लेने की अनुमति दी जाये।
ई-मेल द्वारा भेजी गई मेडिकल रिपोर्ट :
याचिका में उन्होंने बताया कि, उन्होंने उनकी मेडिकल रिपोर्ट ई-मेल द्वारा अपने डॉक्टर को भेजी थी, जिसके जबाव में डॉक्टर ने उन्हें बताया कि, सूजन बढ़ गई है और उन्हें जीवाणु रहित माहौल में इलाज कराने की सलाह दी थी। बताते चलें कि, इस बीमारी के कारण चिदंबरम का वजन 73.5 किलोग्राम से घटकर 66 किग्रा रह गया है। अब इस याचिका की सुनवाई 4 नवंबर को होगी।
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