राज एक्सप्रेस। इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट फाइनेंस कंपनी IL&FS के कोहिनूर इमारत घोटाले से जुड़े मामले में कई लोगों का नाम सामने आया है। जिसमे महाराष्ट्र के नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे का नाम मुख्य रूप से सामने आया है। ED ने राज ठाकरे को अपने कार्यालय बुलाया। वहीं इसके चलते ही मुंबई में 4 जगहों पर धारा 144 लगा दी गई है। वे 4 जगहों में दादर, मरीन ड्राइव, एमआरए मार्ग और आजाद मैदान शामिल है।
स्पेशल डायरेक्टर लिस्ट लेकर मुंबई पहुंचे :
यह मामला 421 करोड़ रूपये की डील का है। जिसके तहत राज ठाकरे, रहन शिरोडकर और उन्मेश जोशी के वित्तीय संबंधो की जांच हो रही है। उन्मेश की कंपनी कोहिनूर सीटीएनएल ने कोहिनूर मिल की जमीन खरीदी थी, इस जमीन पर कोहिनूर स्क्वायर नाम की बहुमंजिला ईमारत बनाई गई थी। जिसके लिए सरकारी कंपनी IL&FS से निवेश किया गया। IL&FS ने कोहिनूर सीटीएनएल को कर्ज दिया और निवेश किया। इस डील में IL&FS को 225 करोड़ के लोन के बदले 90 करोड़ मिले। इस कोहिनूर बिल्डिंग में निवेश और शेयरहोल्डिंग को लेकर राज ठाकरे से पूछताछ होगी। इस पूछताछ के लिए ED के स्पेशल डायरेक्टर DK गुप्ता लिस्ट लेकर दिल्ली से मुंबई पहुंचे। यह लिस्ट उन्मेश जोशी से बातचीत के बाद तैयार की गई है।
राज ठाकरे पहुंचे ED कार्यालय :
कोहिनूर इमारत घोटाले की जांच में पूछताछ के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे पूरी पुलिस तैनाती के साथ ED कार्यालय पहुंच गए हैं। इस मामले में 2005 में 441 करोड़ रुपये में कोहिनूर मिल नंबर 3 को खरीदने वाले भागीदारों में से एक ठाकरे थे, लेकिन ये तीन साल के अंदर ही इस परियोजना से बाहर निकल गए। सितंबर, 2018 में IL & FS को नुकसान हुआ तब ED ने जांच पड़ताल शुरू की और कई अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया। ED की जांच के दौरान को ठाकरे का नाम सामने आया है।
ED का नोटिस :
ED ने कुछ दिन पहले ही IL&FS समूह के द्वारा लोन पास कराये मामले पर जांच के संबंध में एक नोटिस जारी किया। यह नोटिस ठाकरे के लिए जारी किया गया था क्योंकि, ठाकरे कोहिनूर सीटीएनएल के फंडिंग पार्टनर्स में से एक है। जिसमें IL & FS ने 225 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
निवास पहुंचे यह लोग :
राज ठाकरे की पत्नी शर्मिला, बेटे अमित और बेटी उर्वशी उनके साथ उनके शिवाजी पार्क में स्थित कृष्ण कुंज निवास पर पहुंचे। इनके अलावा बाला नंदगाँवकर और अविनाश अभ्यंकर जैसे शीर्ष MNS के नेता भी ठाकरे के निवास पर पहुंचे। हो सकता है, इन्हे भी ED के कार्यालय जाना पड़े। इससे पहले सुबह, MNS के नेता संदीप देशपांडे और संतोष धुरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। राज ठाकरे ने अपने समर्थकों से हिंसा न करने व ED के कार्यालय में इकट्ठा न होने की अपील की है।
क्यों हुई डिफॉल्टर :
IL&FS (Infrastructure Leasing & Financial Services) कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट फाइनेंस कंपनी है, जो स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड नहीं है। इस कंपनी के 24 से ज्यादा डायरेक्ट और 135 से ज्यादा इनडायरेक्ट सब्सीडीएस है। इस कंपनी का मुख्य काम इंफ्रास्ट्रक्चर, फाइनेंस और एनवायरमेंट सर्विसेज में है। यह कंपनी मेट्रो, रोड, टनल जैसे कंस्ट्रक्शन के लिए फंडिंग करती है। सरल शब्दो में कहे तो ये कंपनी लोन दिलाती है। इस कंपनी के ऊपर 91000 करोड़ का लोन है और उसका डेप्ट टू इक्विटी रेस्यू 18 तक आ गया है। कुछ समय पहले से उसकी कंपनियों की पर्फोमेन्स सही नहीं है। जिसके कारण कंपनी को डेप्ट रीपेमेंट करने में दिक्कत आ रही है। जिससे यह डिफॉल्टर साबित हो गई।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।