कृषि कानूनों की वापसी के फैसले को सोनिया गांधी
कृषि कानूनों की वापसी के फैसले को सोनिया गांधी Social Media

कृषि कानूनों की वापसी के फैसले को सोनिया गांधी ने सत्य और न्याय की जीत करार दिया

कृषि कानूनों की वापसी के फैसले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसे सत्य और न्याय की जीत करार दिया और कहा- इस संघर्ष में अपने प्राणों की आहुति दी, आज उनका बलिदान रंग लाया है।

दिल्‍ली, भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा के बाद से आज यह मुद्दा काफी चर्चा में है, मोदी सरकार के इस फैसले के बाद से रिएक्शन का दौर अभी तक जारी है। अब केंद्र सरकार के कृषि कानूनों की वापसी के इस फैसले को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की प्रतिक्रिया आई है, जिसमें उन्‍होंने इसे सत्य और न्याय की जीत करार दिया है।

आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई :

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का भी रिएक्‍शन आया है, जिसमें उन्‍होंने इसे किसानों के बलिदान की जीत बताया और कहा- 700 से अधिक किसान परिवारों, जिनके सदस्यों ने न्याय के लिए इस संघर्ष में अपने प्राणों की आहुति दी, आज उनका बलिदान रंग लाया है। आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई। पिछले 7 सालों से भाजपा ने लगातार खेती पर हमला बोला है। उम्मीद है कि, प्रधानमंत्री MSP सुनिश्चित करेंगे व भविष्य में राज्य सरकारों, किसान संगठनों और विपक्षी दलों की सहमति बनाएंगे।

इतना ही नहीं बल्कि सोनिया गांधी ने PM मोदी के इस अचानक वाले फैसले को लेकर यह भी कहा कि ''प्रजातंत्र में कोई भी फैसला प्रत्येक शेयर होल्डर और विपक्ष से चर्चा के बाद ही लेना चाहिए। मुझे आशा है कि, मोदी सरकार इससे भविष्य के लिए जरुरी कुछ सीखेगी।''

बता दें कि, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह-सुबह राष्‍ट्र को संबोधित करते हुए कहा- आज मैं आपको, पूरे देश को, ये बताने आया हूं कि हमने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया है। इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि कानूनों को Repeal करने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर देंगे। PM मोदी के कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा बाद कई नेताओं का रिएक्शन आया, इस दौरान किसने क्‍या कहा, यह जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।

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