कैपिटल्स के पास मजबूत बल्लेबाजी क्रम और शानदार तेज गेंदबाज आक्रमण
राज एक्सप्रेस। दिल्ली कैपिटल्स टूर्नामेंट की सबसे संतुलित टीमों में से है जिसके पास मजबूत बल्लेबाजी क्रम और शानदार तेज आक्रमण है। शीर्षक्रम में शिखर धवन, पृथ्वी शॉ और अजिंक्य रहाणे जैसे अनुभवी बल्लेबाज हैं। उसके पास पंत, मार्कस स्टोइनिस, शिमरोन हेटमायेर या सैम बिलिंग्स आयेंगे। स्टीव स्मिथ के आने से बल्लेबाजी और मजबूत हुई है । धवन (618) पिछले सत्र में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर थे। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे श्रृंखला में उन्होंने 98 और 67 रन बनाए। वहीं शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी में 827 रन बनाकर फॉर्म में लौटने का ऐलान किया । पंत ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में मैच जिताने वाले प्रदर्शन करने में कामयाब रहे। गेंदबाजी में दक्षिण अफ्रीका के कैगिसो रबाडा ने पिछले सत्र में पर्पल कैप हासिल की थी। वहीं एनरिच नोत्र्जे की गेंदबाजी भी शानदार थी। टीम के पास क्रिस वोक्स, ईशांत शर्मा और उमेश यादव जैसे तेज गेंदबाज भी हैं।
पिछले सत्र में उपविजेता रहीं दिल्ली कैपिटल्स को फाइनल में मुंबई के हाथों मिली थी शिकस्त :
आत्मविश्वास से ओतप्रोत ऋषभ पंत इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 14वें सत्र में पहली बार दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान के तौर पर उतरेंगे तो पिछली उपविजेता टीम को पहली बार खिताब दिलाने की उम्मीदों का बड़ा दारोमदार उनके कंधों पर होगा। संयुक्त अरब अमीरात में फाइनल में हारी दिल्ली की टीम मजबूत बल्लेबाजी और शानदार तेज आक्रमण के दम पर इस बार भी खिताब की प्रबल दावेदार है। पंत को श्रेयस अय्यर के चोटिल होने के कारण कप्तानी सौंपी गई है। श्रेयस के कंधे की हड्डी इंग्लैंड के खिलाफ एक दिवसीय श्रृंखला के दौरान लगी चोट के कारण खिसक गई थी। दिल्ली को दस अप्रैल को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ पहला मैच खेलना है।
ऋषभ पंत के पास बड़ा मौका :
ऋषभ पंत के पास यह बड़ा मौका है कि वे महेंद्र सिंह धोनी के साये से निकलकर खिताब के साथ खुद को साबित कर सकें। उनके पास टी20 विश्वकप की तैयारी का भी यह सुनहरा मौका है। वहीं धवन सलामी बल्लेबाज के तौर पर अपनी जगह पक्की करना चाहेंगे। पंत को ध्यान रखना होगा कि कप्तानी के अतिरिक्त बोझ तले उनकी आक्रामक बल्लेबाजी नहीं प्रभावित होने पाये। वहीं दिल्ली टीम को रबाडा और नोत्र्जे पर अतिरिक्त निर्भरता से बचना होगा। पिछली बार पहले नौ में से सात मैच जीतने के बाद दिल्ली लगातार चार मैच हार गई थी। उसे इस बार आत्ममुग्धता से बचना होगा।
ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।