लड़खड़ाते-गुस्सैल से लेकर फिट और कॉन्फिडेंट पंड्या तक, जानिए हार्दिक के व्यक्तित्व में बदलाव की तीन बड़ी वजहें
राज एक्सप्रेस। पिछले कुछ समय से हार्दिक बेहद शांत और आत्मविश्वास से भरे हुए नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में उनका आत्मविश्वास महेंद्र सिंह धोनी की याद दिला रहा था।

पहली तस्वीर :
19 सितंबर 2018 को एशिया कप के एक मैच में पाकिस्तान के खिलाफ गेंदबाजी करते हुए हार्दिक पंड्या बुरी तरह से चोटिल हो गए थे। हार्दिक को स्ट्रेचर पर लिटा कर बाहर ले जाना पड़ा था। उस समय ऐसा लग रहा था, जैसे हार्दिक का करियर खत्म हो जाएगा।

दूसरी तस्वीर :
साल 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हार की ओर बढ़ रही टीम इंडिया के लिए हार्दिक एकमात्र उम्मीद थे। हार्दिक 43 गेंदों में 76 रन बनाकर टीम को जीत की ओर ले जा रहे थे। इसी दौरान हार्दिक रन आउट हो गए। इसके बाद हार्दिक, जडेजा पर बुरी तरह से गुस्सा हुए और बल्ला पटकते हुए मैदान से बाहर चले गए। उस दौरान दुनिया ने पहली बार हार्दिक को इतना गुस्से में देखा था। इससे उनके व्यक्तित्व पर सवाल खड़े हुए।

तीसरी तस्वीर :
साल 2022 में एशिया कप के मैच में हार्दिक ने पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम को मुश्किल हालातों से बाहर निकालते हुए जीत दिलाई। जब आखिरी 3 गेंदों पर 6 रनों की दरकार थी, तब भी हार्दिक एक दम शांत रहे और सिक्सर मारकर टीम को जीत दिलाई। यह वह मौका था जब लोगों को हार्दिक के अंदर कैप्टन कूल धोनी की झलक देखने को मिली।
इन तीन तस्वीरों से हम हार्दिक के व्यक्तित्व और उनके खेल में निखार को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो उस समय का है जब भारत को जीत के लिए 4 गेंदों पर 6 रन बनाने थे और हार्दिक से एक गेंद मिस हो गई। इससे सामने खड़े दिनेश कार्तिक भी घबरा गए। तब हार्दिक ने उन्हें इस तरह से ईशारा किया कि, ‘घबराओ मत मैं हूँ ना।‘
धोनी से हो रही तुलना :
हार्दिक जिस तरह से शांत और कॉन्फिडेंट नजर आ रहे हैं, लोग सोशल मीडिया पर उनकी तुलना पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से भी कर रहे हैं। टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने भी एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि, ‘जिस तरह से हार्दिक ने संयम के साथ बल्लेबाजी की, वह हमें धोनी की याद दिलाता है।’ दरअसल हार्दिक में यह बदलाव और आत्मविश्वास रातों-रात नहीं आया, बल्कि उसके पीछे तीन बड़े कारण छिपे हैं।
जमकर बहाया पसीना :
टी-20 वर्ल्डकप के बाद जब हार्दिक की फिटनेस और परफॉरमेंस को लेकर सवाल उठने लगे तो हार्दिक ने परेशान होने के बजाय ट्रेनिंग करना शुरू किया। वह सुबह 5 बजे उठकर ट्रेनिंग करते थे। लगातार 6 महीनों तक हार्दिक ने कठिन ट्रेनिंग ली और खुद को निखारा।
आईपीएल में दिखाया हुनर :
जब मुंबई इंडियंस ने हार्दिक को रिटेन नहीं किया तो गुजरात टाइटंस ने उन्हें कप्तान बना दिया। शुरुआत में गुजरात को आईपीएल की सबसे कमजोर टीम माना जा रहा था, लेकिन हार्दिक ने अपनी शानदार कप्तानी से टीम को आईपीएल का चैंपियन बना दिया। यही नहीं उन्होंने इस दौरान 487 रन बनाए और 8 विकेट भी लिए। फील्डिंग भी हार्दिक ने कमाल का प्रदर्शन किया।

टीम इंडिया के कप्तान :
किसी समय BCCI ने हार्दिक की खराब फॉर्म को देखते हुए उन्हें सी ग्रेड क्रिकेटर्स की लिस्ट में डाल दिया था, लेकिन आईपीएल में उनकी शानदार परफॉरमेंस को देखते हुए उसी हार्दिक को आयरलैंड दौरे पर टीम इंडिया का कप्तान भी चुना गया। भारतीय टीम ने यहां शानदार प्रदर्शन करते हुए दोनों टी-20 मैच जीते।

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