Birthday Special: कप्तान जिन्होंने भारतीय क्रिकेट की तस्वीर बदली
राज एक्सप्रेस। जब भी भारतीय क्रिकेट के इतिहास की बात की जाती है, तो एक नाम हमेशा लोगों की जुबां पर होता है, वह है कपिल देव, आज कपिल देव (Kapil Dev) अपना 61वां जन्मदिन मना रहे हैं। 6 जनवरी 1959 को जन्मे कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट में 17 साल की उम्र में क्रिकेट खेलने की शुरुआत की और शुरुआत के बाद से आज तक एक दिग्गज के रूप में हर क्रिकेट प्रेमी की पसंद बने। कपिल देव ने अपने टेस्ट कैरियर की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ 1978 में की थी। उन्होंने अपने शुरुआती 3 टेस्टों में 7 विकेट लेकर अपनी खूबी का अहसास करा दिया था।
क्रिकेट के मैदान पर किसी भी विभाग में कम नहीं थे कपिल देव
भारतीय क्रिकेट जगत में आज तक जितने भी ऑलराउंडर क्रिकेट खेले हो, लेकिन कपिल देव जैसा ऑलराउंडर मिलना नामुमकिन है। चाहे गेंदबाजी हो, बल्लेबाजी हो या फिर उछल कूद कर फील्डिंग करना हो कपिल देव हर विभाग में उच्च प्रदर्शन करते थे। वह अपनी तेज गति की गेंदबाजी और आक्रमक तथा जोशीले बल्लेबाज थे। उनकी गेंदबाजी की धार से उस समय पर काफी बल्लेबाज घबराते थे। उन्होंने भारतीय क्रिकेट जगत के शुरुआती दिनों में ऐसा नाम बना लिया था, कि उस समय में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले एकमात्र तेज गेंदबाज थे।
बल्लेबाजी में भी उनका दम इतना तगड़ा था कि चाहे मैदान किसी भी देश का हो, गेंदबाज किसी भी टीम का हो, जब वह मैदान पर बल्लेबाजी करते थे, तो उच्चे कद के गेंदबाजों तक की पिटाई कर देते थे। उन्होंने विश्व कप के एक मुकाबले में जब भारत के 17 रन पर पांच विकेट गिर गए थे, खुद अकेले के दम पर 175 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलकर भारत को संभाला था। वह पारी इतिहास के पन्नों में आज भी सबसे ऊपर है।
इस तरह गेंदबाजी बल्लेबाजी और फील्डिंग तीनों विभागों में ही ताबड़तोड़ थे। उनके ऑलराउंडर होने का अंदेशा तब लग गया था। जब वे पाकिस्तान के खिलाफ 33 गेंदों में 2 छक्के लगाकर सबसे तेज अर्धशतक लगा चुके थे। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 1978 के तीसरे टेस्ट मैच में 48 गेंदों में 59 रनों की शानदार पारी खेली थी। उस सीरीज के बाद से ही कपिल देव ने मुड़कर नहीं देखा और भारत को क्रिकेट जगत में ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
भारतीय क्रिकेट की तस्वीर को बदला
कपिल देव ही ऐसे कप्तान थे, जिनकी कप्तानी में 1983 का वर्ल्ड कप भारतीय टीम ने जीता। यह वर्ल्ड कप इसलिए भी खास था, क्योंकि भारतीय टीम को जरा भी अंदेशा नहीं था, कि वह फाइनल तक पहुंच जाएंगे। कपिल देव ने खुद एक टीवी प्रोग्राम में यह खुलासा किया था कि मैं सिर्फ हमारे खिलाड़ियों को यह बताता था कि, अच्छा करें और आखिर में रिजल्ट की चिंता ना करें। सारे भारतीय खिलाड़ी शानदार खेल, कपिल देव के नेतृत्व में इतनी बढ़िया खेल खेले कि, भारतीय क्रिकेट जगत की तस्वीर ही बदल गई और वह देश के सबसे सफलतम कप्तान बनकर उभरे।
रणवीर सिंह ने दी यादगार बधाई
रणवीर सिंह ने क्रिकेट के दिग्गज कपिल देव को कुछ इस तरह बधाई दी। उन्होंने ने इंस्टाग्राम पर फोटो शेयर कर कपिल देव के जन्मदिन को यादगार बनाया है। आप भी देखें यह बढ़िया पोस्ट, उन्होंने लिखा हमें रास्ता दिखाने के लिए धन्यवाद। आपने हमें गौरवान्वित किया। अब हमारी बारी है। रणवीर सिंह कबीर खान की स्पोर्ट्स ड्रामा '83 फिल्म में कपिल देव का किरदार निभा रहे हैं, जो 1983 में कपिल देव की कप्तानी में भारत की ऐतिहासिक विश्व कप जीत पर आधारित है। दीपिका पादुकोण ने फिल्म में कपिल देव की पत्नी रोमी भाटिया की भूमिका निभाई है, जो शादी करने के बाद अपनी पहली फिल्म रणवीर के साथ कर रही हैं।
ऐसा था कपिल देव का करियर
कपिल देव के करियर की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए 131 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 5248 रन बनाए और 434 विकेट भी झटके। उन्होंने 225 वनडे मुकाबलों में 3783 रन बनाए हैं, जिसमें 253 विकेट शामिल हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 8 शतक और 27 अर्धशतक लगाए हैं, जबकि वनडे में उन्होंने केवल एक शतक और 14 अर्धशतक लगाए हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 163 था। जबकि वनडे में उन्होंने 175 का सर्वश्रेष्ठ विशाल स्कोर बनाया था।
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