विश्व कप के परिणामों का मतलब यह नहीं कि हम खराब क्रिकेट खेलते थे : रोहित शर्मा
टारौबा। भारत ने 2007 में टी20 विश्व कप उद्घाटन संस्करण में अपनी सफलता के बाद से कोई टी 20 विश्व कप नहीं जीता है। पिछले संस्करण में भारत को एक मजबूत टीम माना जा रहा था। इसके बावजूद वे नॉकआउट के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके। हालांकि रोहित शर्मा के अनुसार, उस परिणाम से ये तय नहीं किया जा सकता कि उस वक्त टीम रूढ़िवादी दृष्टिकोण के साथ क्रिकेट खेल रही था। उन्होंने कहा कि टीम प्रबंधन ने अब खिलाड़ियों को खुलकर खेलने की आजादी दी है।
रोहित ने कहा, अगर पिछले विश्व कप में हमें अच्छे परिणाम नहीं मिल रहे थे, इसका यह मतलब नहीं है कि हम खराब क्रिकेट खेल रहे थे। मैं इस बात से भी सहमत नहीं हूं कि विश्व कप में एक या दो मैच हार जाने से यह तय कर लिया जाए कि हम रूढ़िवादी क्रिकेट खेल रहे थे। अगर आप देखें तो हम टी20 विश्व कप से पहले लगभग 80(71) फीसदी मैचों में जीत रहे थे। अगर आप रूढ़िवादी क्रिकेट खेल रहे हैं तो इतने मैच नहीं जीत सकते हैं।
रोहित ने कहा,हां, हमने 2021 में नॉकआउट के लिए क्वालीफाई नहीं किया। इसका मतलब यह नहीं है कि हम स्वतंत्र रूप से नहीं खेल रहे थे। हालिया समय में हमने अपने खेल में ऐसा कोई बदलाव नहीं किया है। हम पहले जैसा खेल रहे थे अब भी हम उसी तरह से खेल रहे हैं, लेकिन हमने खिलाड़ियों को अपना खेल खेलने की आजादी दी है, क्योंकि अगर आप खुलकर खेलेंगे तो आप अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
इसी लिए जो लोग मैदान से बाहर हैं उन्हें धैर्य रखना पड़ेगा। जिस तरीके से हम अपने खेल को आगे बढ़ा रहे हैं, उसमें हम कई मैच हारेंगे भी। परिणाम हमेशा हमारे पक्ष में नहीं जाएंगे लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं होगा कि हमारे खिलाड़ी अच्छे नहीं हैं। बात बस इतनी सी है कि हम कुछ नया करने का प्रयास कर रहे हैं। समय के साथ हर किसी को बदलना पड़ता है।
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