कभी 100 से ज्यादा तो कभी 0 मेडल, ऐसा रहा है कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का सफ़र
राज एक्सप्रेस। बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। भारतीय खिलाड़ी अब तक 5 गोल्ड, 4 सिल्वर और 3 ब्रोंज मेडल अपने नाम कर चुके हैं। उम्मीद की जा रही है कि भारतीय खिलाड़ी अभी कई और मेडल देश के लिए जीतने वाले हैं। वैसे क्या आप जानते हैं कि कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कब रहा है? और कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का सबसे ख़राब प्रदर्शन कब रहा है? अगर नहीं! तो चलिए हम आपको बताते हैं।
साल 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स :
भारतीय खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन साल 2010 में किया था। इस कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन नई दिल्ली में 3 से 14 अक्टूबर के बीच किया गया था। इस टूर्नामेंट में भारत ने 39 गोल्ड, 26 सिल्वर और 36 ब्रोंज मेडल सहित 101 मेडल अपने नाम किए थे। भारत ने टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया के बाद सबसे अधिक मेडल जीते थे।
साल 1954 कॉमनवेल्थ गेम्स :
भारत के लिए सबसे ख़राब कॉमनवेल्थ गेम्स साल 1954 में वैंकूवर में हुआ कॉमनवेल्थ गेम्स रहा था। इस टूर्नामेंट में भारत एक मेडल भी अपने नाम नहीं कर पाया था। इससे पहले साल 1938 में सिडनी में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भी भारत कोई मेडल नहीं जीत पाया था।
कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का इतिहास :
बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स को यदि छोड़ दिया जाए तो भारत ने अब तक कॉमनवेल्थ गेम्स में कुल 503 मेडल अपने नाम किए हैं, इनमें से 181 मेडल गोल्ड, 173 मेडल सिल्वर और 149 मेडल ब्रोंज हैं। इनमें से 350 मेडल भारत ने आखिरी पांच कॉमनवेल्थ गेम्स में जीते हैं। भारत ने अब तक सबसे ज्यादा 135 मेडल शूटिंग में जीते हैं, इनमें से 63 मेडल गोल्ड, 44 मेडल सिल्वर और 28 मेडल ब्रोंज हैं।
क्या अपना रिकॉर्ड तोड़ पाएगा भारत?
भारत के लिए इस कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना 101 मेडल का रिकॉर्ड तोड़ना बहुत मुश्किल होगा। इसका सबसे बड़ा कारण यह भी है कि इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में शूटिंग को शामिल नहीं किया गया है। इसका कारण संसाधनों की कमी है। भारत के लिए यह बड़ा झटका है, क्योंकि शूटिंग में भारत का प्रदर्शन हमेशा अच्छा रहा है।
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