राज एक्सप्रेस। ईरान में हिजाब पहनने के खिलाफ महिलाओं ने क्रांति ला दी है। यहाँ पूरे देश में महिलाएं सड़कों पर उतर आईं हैं। ईरानी महिला महासा अमिनी की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद से पूरे ईरान में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। महासा को पुलिस ने हिजाब ड्रेस कोड को न मानने के आरोप में गिरफ्तार किया था, जिसकी कस्टडी में ही मौत हो जाती है। बस इसके बाद से ही ईरान में हिंसक प्रदर्शनों ने आग लगा रखी है। महिलाएं हिजाबों की होली जला रही हैं, तो कहीं गाड़ियां जला दी गईं हैं। इतना ही नहीं कई पुलिस थानों को आग के हवाले कर दिया गया है।
यहां हिजाब को महिलाएं उनके व्यक्तित्व को कमजोर करने की वजह के तौर पर देख रही हैं। इन प्रदर्शनों में 40 से ज्यादा की मौत हो चुकी है। महिलाओं ने बाल काटते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए, इसके बाद सरकार ने इंटरनेट सेवा रद्द कर दी है। ईरान में फेसबुक, टेलीग्राम, ट्विटर और यूट्यूब को भी बैन कर दिया गया है।
सन् 1979 में जब ईरान में इस्लामिक क्रांति हुई तो उस समय सभी महिलाओं के लिए एक सख्त ड्रेस कोड लागू कर दिया गया था। इस ड्रेस कोड के तहत उन्हें हिजाब से सिर ढंकने और ढीले कपड़े पहनने के लिए कहा गया। उन्हें ऐसे कपड़े पहनने के लिए मजबूर किया गया, जिससे सार्वजनिक स्थानों पर उनके शरीर का कोई हिस्सा नजर न आए।
पुरुषों को इतने अधिकार दिए गए कि ऐसा न करने वाली महिलाओं से पूछताछ करें और उन्हें सजा दे सकें।
इस तरह ये कानून महिलाओं के शोषण की वजह बन गया। अब इस आंदोलन में पुरुष भी महिलाओं का साथ दे रहे हैं। यूएन, अमेरिका समेत तमाम देश इस कानून की आलोचना कर रहे हैं। उम्मीद है ये क्रांति ईरान में बड़ा बदलाव लाएगी।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।