राज एक्सप्रेस । भारत में हो रही G20 की बैठक को लेकर कई तरह के दावे किये जा रहे है । जबसे इस बैठक की आधिकारिक घोषणा हुई है तबसे आज तक, जितने मुंह उतनी बात वाली कहावत लागू होती दिख रही है। लेकिन आज तक उन बातो का कोई अता पता ही नहीं दिखा। इन दिनों हवा का रुख इस बात की और है कि G20 के सिलसिले में पुतिन भारत आ सकते है।
इस बात की चर्चा जैसे ही तेज़ हुई एक सवाल दिवार की तरह सामने आकर खड़ा हो गया और इस सवाल की स्याही इतनी तेज है कि बड़े बड़े विशेषज्ञ इसका जवाब देने से दुरी बना रहे है। अब आप सोच रहे होंगे की ऐसा कौन सा सवाल है जो इतनी सुर्खिया बटोर रहा है। सवाल जानने के पहले यह जान लीजिये कि मामला क्या है। दरअसल हमने अपने एक वीडियो में यह सवाल उठाया था कि 'क्या PM मोदी की मीटिंग में होगा रूस यूक्रेन युद्ध का विराम ? ये वही सवाल है जिसकी चर्चा अब फिर से शुरू हो गयी है। G20 की बैठक में विश्व शांति के मुद्दे को उठाते हुए दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता PM मोदी कोई जादुई मंत्र पेश कर सकते है। जिसके बाद इस महायुद्ध को खत्म किया जा सकता है।
एक नज़र G20 की अब तक की बैठकों पर डालते है। G20 की पहली बैठक 4 से 7 दिसंबर के बीच जयपुर में हुई थी, जिसके बाद भारत के अलग-अलग शहरों में आयोजित हुई लगातार बैठकों में आर्थिक, व्यपारिक , स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा, पर्यावरण, भ्रष्टाचार एवं अन्य कई मुद्दों पर चर्चा हुई है, लेकिन विश्व शांति के तहत रूस युक्रेन युद्ध के मुद्दे पर बात अब तक ना हो सकी, इस वैश्विक शांति के मुद्दे पर चर्चा कब होगी इसका इंतज़ार सभी को है।
4 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक भारत के 60 से अधिक शहरों में 200 से अधिक बैठकें आयोजित होना है लेकिन अब देखना होगा की किस बैठक में इस मुद्दे को उठाया जायेगा। पुतिन G 20 की किस बैठक में शामिल होंगे। G20 शिखर सम्मेलन के तहत इस महीने उत्तराखंड में तीन बैठकों का आयोजन होना है, जिसमें से एक कार्यक्रम रामनगर में 26 से 28 मार्च को होगा। ऐसे में राज्य सरकार ने G20 समिट की तैयारियां शुरू कर दी है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने G20 बैठक को लेकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और साथ ही निर्देश भी दिए कि विदेश से आये मेहमानों को किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो।
इन सभी बातो के बीच सभी की नज़र इस बात रहेगी की क्या होगा G20 में खास? क्योकि सभी रायचंदो की राय का कोई ठोर ठिकाना दिखता नज़र नहीं आ रहा है। रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर पहले से ही गरमा गर्मी का माहौल है। पिछले दिनों जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भारत के दो दिवसीय दौरे के बाद अचानक यूक्रेन पहुंच गए। उधर चीन के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग ने रूस का दौरा किया। इन दिग्गज नेताओ के दौरों से कई कयास लगाए जा रहे है। अब देखना होगा कि ये चीन के चालाक नेता की कोई नयी चाल है या रूस यूक्रेन युद्ध पर फिर से कोई नया बवाल है।
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