अमेरिका में ड्रेगन पर लगाम कसने की तैयारी

"यह विधेयक चीन के शिनजियांग में तुर्क मुस्लिमों के मानवाधिकार उल्लंघन की निंदा करता है। इसमें इन समुदायों से चीन में हो रही मनमानी और उत्पीड़न को खत्म करने का आह्वान किया गया है।"
चीन के खिलाफ US सीनेट में विधेयक पारित।
चीन के खिलाफ US सीनेट में विधेयक पारित।Neelesh Singh Thakur – RE

हाइलाइट्स

  • US सीनेट में विधेयक पारित

  • ड्रेगन पर लगाम कसने की वकालत

  • मिसाल कायम करेगा कानून - WUC

  • उइगर समुदाय में विधेयक का स्वागत

राज एक्सप्रेस। अमेरिकी सीनेट ने एक प्रस्ताव पारित कर चीन की कम्युनिस्ट सरकार से चाइना में उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यक समूहों पर हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन पर जवाब तलब किया है।

सबकी सहमति –

सीनेट ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पारित किया है। चरण की अगली प्रक्रिया में यह प्रस्ताव अब हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के समक्ष विचारार्थ प्रस्तुत किया जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह विधेयक चीन के शिनजियांग में तुर्क मुस्लिमों के मानवाधिकार उल्लंघन की निंदा करता है। इसमें इन समुदायों से चीन में हो रही मनमानी और उत्पीड़न को खत्म करने का आह्वान किया गया है।

उइगरों की मांग -

आपको ज्ञात हो उइगरों ने साल 1930 से लेकर 1940 तक के दशक के दौरान चीन से स्वतंत्रता की मांग की थी। हालिया के सालों में चीन की गवर्न्मेंट ने इस इलाके में कड़े प्रतिबंध लगाकर चरमपंथियों से मोर्चा लिया है। चाइना ने इसे बाजिव ठहराया है।

आलोचना इसलिए -

ड्रेगन कंट्री चीन ने आतंकवाद और धार्मिक चरमपंथ से लड़ने के बहाने दस लाख जातीय उइगर और अन्य तुर्क मुस्लिमों को विशिष्ट शिविरों में रखा है। चाइना के इस कदम की आलोचना की जा रही है। सेन. मार्को रूबियो का कहना है कि हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव जल्द से जल्द कानून पारित करेगा

प्रतिबंध का हवाला -

अमेरिकी सीनेट ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को निर्देशित करने के लिए गुरुवार को एक विधेयक पारित किया। इसमें शिनजियांग के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में देश के विकास की योजना के नाम पर उइगर समुदाय पर चीनी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने का हवाला दिया गया है।

"कुछ क्षणों पहले, हमने सीनेट में अपना #Uyghur human rights bill पारित किया, जो कि #China की कम्युनिस्ट पार्टी की कार्रवाई संबंधी जवाबदेही से संबंधित है।"

सेन मार्को रुबियो, रिपब्लिकन

अगला कदम -

बिल के बारे में रुबियो ने कहा कि विधेयक प्रतिनिधि सभा के लिए अपने रास्ते पर है, जल्द से जल्द इसे पास किया जा सकता है। सदन में पारित होने के बाद इसे ट्रम्प के हस्ताक्षर या वीटो के लिए बढ़ाया जाएगा।

कानून के अनुसार, ट्रम्प कांग्रेस को उन वरिष्ठ चीनी सरकारी अधिकारियों की सूची देंगे, जो गंभीर मानवाधिकारों के हनन में संलग्न हैं या जिम्मेदार हैं। जबकि डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट शिनजियांग में मानव अधिकारों के हनन पर कांग्रेस को रिपोर्ट करेगा, जिसमें जबरन श्रम शिविरों में हिरासत में लिए गए व्यक्ति भी शामिल हैं।

तुर्क मुस्लिम समूह -

चीन का शिनजियांग क्षेत्र तकरीबन 10 मिलियन उइगर का गृह इलाका है। शिनजियांग की लगभग 45% आबादी वाले तुर्क मुस्लिम समूह ने लंबे समय से चीन के अधिकारियों पर सांस्कृतिक, धार्मिक और आर्थिक भेदभाव के गंभीर आरोप लगाए हैं।

अमेरिकी अधिकारियों और संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों के अनुसार, शिनजियांग में एक मिलियन लोगों या मुस्लिम आबादी के लगभग 7% लोगों को "राजनीतिक पुन: शिक्षा" शिविरों के विस्तार नेटवर्क में रखा गया है। पिछले सितंबर में एक रिपोर्ट में, ह्यूमन राइट्स वॉच ने शिनजियांग में उइगर मुसलमानों के खिलाफ चीनी सरकार पर "मानवाधिकारों के उल्लंघन के अभियान" का आरोप लगाया।

उइगर समुदाय ने किया स्वागत-

वैश्विक उइगर अधिकार समूहों ने भी बिल के पारित होने का स्वागत किया, विश्व उइगर कांग्रेस ने निराशा के समय में इसे "महान आशा" के क्षण के रूप में प्रस्तुत किया।

"एक बार एक कानून, न केवल अन्य देशों के लिए एक मिसाल कायम करेगा, बल्कि यह विशेष रूप से चीनी सरकार को एक मजबूत संकेत देगा कि #Uyghurs के खिलाफ उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"

डोलकुन ईसा, WUC

गौरतलब है चाइना-अमेरिका के बीच कोरोना वायरस संक्रमण से उपजे हालातों के बाद संबंधों में तल्खी देखी जा रही है। खास तौर पर कोविड-19 की उत्पत्ति पर आरोप-प्रत्यारोप का विशेष दौर चल रहा है।

डिसक्लेमर: यह आर्टिकल एजेंसी फीड और प्रचलित विदेशी रिपोर्ट्स पर आधारित है। शीर्षक-उप शीर्षक में बदलाव किया गया है। अतः इस आर्टिकल अथवा समाचार में प्रकाशित हुए तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।

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