राज एक्सप्रेस। दुनिया अभी कोरोना का दंश झेल ही रही है। इतना ही नहीं अभी तक किसी देश को कोरोना वायरस का इलाज भी नहीं मिल पाया है और कोरोना वायरस की मुख्य भूमि कहे जाने वाले चाइना में हाल ही में एक नए कोरोना ने जन्म ले लिया है। बताते चलें, इस नए कोरोना वायरस की पुष्टि भी चाइना के हुबेई से ही हुई है। खबरों के अनुसार, पुराने कोरोने से भी भयानक साबित हो रहा है। खबरों के अनुसार, नया कोरोना पुराने कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक बताया जा है।
पुराने कोरोने से भी भयानक में नया कोरोना :
दरअसल, नए कोरोना को पुराने कोरोना से भी भयानक इसलिए माना जा रहा है क्योंकि नए कोरोना के संक्रमित व्यक्ति में कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं इतना ही नहीं जो व्यक्ति इस नए कोरोना से संक्रमित होता है उसे खुद भी शरीर में किसी प्रकार का कोई लक्षण नजर नहीं आता है। खबरों के अनुसार, ये नया कोरोना ऐसे लोगों से फैल रहा है। जो, कोरोना के संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। इतना ही नहीं इस तरह के नए कोरोनावायरस के अब तक 1541 लोगों के संक्रमित होने के मामले सामने आ चुके हैं हैरानी वाली बात यह है कि इन मामलों में संक्रमित हुए मरीज में कोरोना वायरस के किसी भी प्रकार का कोई लक्षण नजर नहीं आया है।
पुराने कोरोनावायरस के लक्षण :
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कोरोना वायरस (COVID -19) के सबसे आम लक्षणों में सूखी खांसी, बुखार और शरीर में थकान रहना शामिल है, इनके अलावा कोरोना संक्रमित व्यक्ति के गले में खराश, दर्द और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। वहीं, इस नए कोरोना में संक्रमित व्यक्ति में किसी प्रकार का कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है और व्यक्ति की सीधे मौत हो जाती है।
क्या है एसिम्टोमैटिक कोरोना :
एसिम्टोमैटिक कोरोना को जानने के लिए आपको पहले एसिम्टोमैटिक शब्द का मतलब समझना पड़ेगा, एसिम्टोमैटिक शब्द का अर्थ होता है किसी भी प्रकार का लक्षण ना दिखना और इस कोरोना को एसिम्टोमैटिक कोरोनावायरस इसलिए कहा गया है क्योंकि, इस तरह के नए कोरोना संक्रमित लोगों में किसी भी प्रकार के कोई लक्षण नहीं पाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं जिस व्यक्ति को यह नया कोरोना हो रहा है उसे खुद भी अपने में किसी भी प्रकार का कोई बदलाव समझ में नहीं आ रहा है ना ही कोई लक्षण समझ में आ रहे हैं। इसके अलावा इस नए कोरोना की पुष्टि टेंपरेचर पकड़ने वाली मशीन तक नहीं कर पा रही है। यदि इस नए कोरोना से संक्रमित मरीज की पुष्टि करना हो तो उसके लिए डॉक्टर के द्वारा जांच करवानी पड़ेगी।
एसिम्टोमैटिक कोरोना के इलाज :
अभी तक कोरोनावायरस का इलाज मिलना तक संभव नहीं हो पाया है तो, ऐसे तो एसिम्टोमैटिक कोरोना के इलाज के लिए क्या किया जाए। फिलहाल ऐसे में एसिम्टोमैटिक कोरोना वायरस से बचने के लिए सिर्फ दो ही इलाज सामने नजर आ रहे हैं।
पहला इलाज :
कोरोनावायरस से बचने का पहला इलाज है 'लॉकडाउन' यानी सरकार को 21 दिन के लॉक डाउन को खत्म करने से पहले इस बात की पुष्टि कर लेना चाहिए कि, कोरोना संक्रमित लोगों के मामले पहले की तुलना में कम हो रहे हो। साथ ही इस बात का ऑब्जरवेशन करने के बाद ही लॉक डाउन को खोला जाए।
दूसरा इलाज :
जो लोग कोरोनावायरस से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं उन्हेंआम लोगों के संपर्क में आने की इजाजत ना दी जाए। इसके अलावा हर दूसरे दिन इन मरीजों की जांच की जाए जिससे एसिम्टोमैटिक कोरोना से स्वस्थ लोगों को बचाया जा सकेगा।
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