भीषण आग की लपटों में जल रहा है ऑस्ट्रेलिया

कुछ महीने पहले दुनिया का सबसे बड़ा रेन फॉरेस्ट अमेज़न भयानक आग से तबाह हो गया था और अब उसी तरह की भीषण आग से ऑस्ट्रेलिया का Bush Australian जल रहा है। इस आग ने काफी हिस्सा तबाह कर के रख दिया है।
Australian Bush Fire
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हाइलाइट्स :

  • भीषण आग में जल रहा है ऑस्ट्रेलिया

  • अग्निशमन विभाग आग बुझाने की कोशिश में जुटा

  • आग में जलने से 4 लोगों की मौत

  • इमरजेंसी लगाने के दिए आदेश

राज एक्सप्रेस। वैसे तो ऑस्ट्रेलिया में गर्म और शुष्क ग्रीष्मकाल में झाड़ियों में आग लगना बहुत ही मामूली बात है और ऐसा कई बार पहले भी हुआ है, लेकिन इस बार लगी आग (Australian Bush Fire) थमने का नाम ही नहीं ले रही है। खबरों के अनुसार, अभी तक इस आग की लपटों में क्वींसलैंड (Queensland) के शहर ब्रिस्बेन (Brisbane) का 650 किमी (400 मील) का हिस्सा और उत्तर में येपून (UN) शहर के आसपास का हिस्सा आ चुका है। अग्निशमन विभाग द्वारा इसे बुझाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। आग बुझाने में कई हेलिकॉप्टर की मदद भी ली गई।

इमरजेंसी लगाने के आदेश :

भीषण आग के लगातार बढ़ने की खबर से यहां के राज्यों में इमरजेंसी लगा दी गई है, क्योंकि रिहायशी इलाकों की तरफ बढ़ रही है आग न जाने कितने मकानों को अपना शिकार बना चुकी है, इस आग की चपेट में आकर कई इमारतों के साथ-साथ कई गाड़ियां भी जल चुकी हैं। यह बढ़ते हुए वहां से निकलने वाले हाईवे तक पहुंच गई है जिसके चलते कई रास्तों को बंद करना पड़ा। इस आग से निकलने वाले धुएं ने एक बहुत बड़े इलाके को पूरी तरह धुएं से ढक दिया है, हालात बद से बदतर होते चले जा रहे हैं, नौबत ऐसी आ गई है कि, अब दिन में भी दिखाई देना तक बंद हो गया है।

मौसम विभाग का कहना :

इस भीषण आग को लेकर मौसम विभाग का कहना है कि, लगभग तीन महीनों तक बारिश के कोई संकेत नजर नहीं आ रहे हैं, जिसके कारण यह आग कुछ अन्य हफ्तों तक भी लगी रह सकती है। मौसम विभाग द्वारा जानकारी से लोगों की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं, अब यहाँ के लोगों को उम्मीद की कोई किरण नजर नहीं आ रही है। इस भीषण आग के चलते पहले ही न्यू साउथवेल्स और क्वींसलैंड राज्यों से 4 लोगों की मौत की खबर आ चुकी है, इतना ही नहीं 300 के आसपास लोग अपना घर छोड़ने पर मजबूर हो चुके हैं।

दिसंबर से फरवरी के बीच बारिश की संभावना :

ऑस्ट्रेलिया के मौसम विज्ञान (Bureau of Meteorology) का कहना है कि, देश के पूर्वी तट के क्षेत्रों में 1 दिसंबर 2019 से 28 फरवरी 2020 के बीच औसत बारिश होने की संभावना नजर आ रही है, लेकिन यह संभावना भी मात्र 25% ही है। वहीँ खतरे का संकेत देते हुए विभाग ने यह भी बताया कि, दूसरी तरफ अगले तीन महीनों में 80% संभावना तापमान औसत स्तर से अधिक होने की भी है।

विशेषज्ञों का मानना :

विशेषज्ञों का मानना है कि, तीन साल तक यहाँ सूखा पड़ा रहा मानसून के अभाव ने ही इस आग को भीषण रूप लेने पर मजबूर किया है। इसके अलावा विशेषज्ञों का मानना तो यह है कि, इस साल मानसून भारत में काफी समय तक ठहरा रहा जिसके चलते अन्य देशों की जलवायु में काफी परिवर्तन आया है जिसका दुष्परिणाम सबके सामने है। इस तरह की घटनाओं का एक मुख्य कारण जलवायु परिवर्तन को भी माना जाता है। वहीँ अग्निशमन विभाग का कहना है कि, वर्तमान में बारिश न होने की स्थिति के चलते यह आग अभी कई हफ्तों तक लगी रहने की आशंका है।

राजनीति का विषय :

दुःख की बात तो यह है कि, लोग ऐसे मुद्दों को भी राजनीति का विषय बनाने में पीछे नहीं हटते हैं, इस दर्दनाक मुद्दे को लेकर भी हाल के दिनों में काफी राजनीतिक बहस चल रही है। प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन इस मुद्दे से जुड़े सवालों का जवाब देने की वजह इन सवालों से बचने की कोशिश करते नजर आये। इसके चलते जलवायु कार्यकर्ताओं और विपक्षी सांसदों द्वारा उनकी जमकर आलोचना की गई।

पुलिस का आरोप :

वहीँ पुलिस ने तो इस भीषण आग के लगने का कारण एक 16 साल के लड़के को बता डाला, पुलिस ने आरोप लगते हुए कहा कि, 16 साल के एक लड़के ने जानबूझकर यह हानिकारक आग लगाई है।

अग्निशमन विभाग का आरोप :

गुरूवार को, पूर्व अग्निशमन विभाग प्रमुखों के अधिकारियों ने सरकार पर जलवायु परिवर्तन के बारे में उनकी चेतावनियों को अनदेखा करने का आरोप लगाया। वहीं तस्मानिया के एक पूर्व मुख्य अग्निशमन अधिकारी माइक ब्राउन का कहना है कि-

अगर हमारे चुने हुए नेता इस मुद्दे का सामना नहीं करते हैं और हमारे लिए आवश्यक उत्सर्जन में कटौती करते हैं, तो हालात बेहतर होने वाले नहीं हैं।
माइक ब्राउन, अग्निशमन अधिकारी

कुछ मुख्य बिंदु :

  • गुरुवार (जिस दिन आग लगी थी) को उत्तरी न्यू साउथ वेल्स (NSW) में एक 58 वर्षीय व्यक्ति का शव मिला था ।

  • न्यू साउथ वेल्स और क्वींसलैंड में अभी भी 120 से अधिक चालक दल आग से जूझ रहे हैं।

  • पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में स्थानीय लोगों को अब बेहद खतरनाक परिस्थितियों की चेतावनी दी गई है।

  • सिडनी के 400 किमी उत्तर में केम्पस के पास जली हुई झाड़ी में भी एक शव पाया गया, जिसकी पहचान होना बाकी है।

बताते चलें कि, इसी साल कुछ महीने पहले ही दुनिया का सबसे बड़ा रेन फॉरेस्ट अमेज़न भयानक आग से तबाह हो गया था, उसी तरह की भीषण आग अब ऑस्ट्रेलिया का Bush Australian जल रहा है। आग से परेशान लोग अपना घर छोड़ने पर मजबूर है। नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर-

ब्राज़ील: दुनिया का सबसे बड़ा रेन फॉरेस्ट अमेज़न भयानक आग से तबाह

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