
नेपाल। देश हो या दुनिया गंभीर परिस्थितियों का संकट कभी थमता नहीं है। इन परिस्थितियों में चाहें कोई प्राकृतिक आपदा हो या फिर कोई गंभीर दुर्घटना या अनहोनी। अब आज रविवार को नेपाल की राजधानी काठमांडू भूकंप के झटकों से थरथरा गई है।
बिहार तक दिखा भूकंप के झटकों का असर :
बताया जा रहा है कि, नेपाल के काठमांडू में आए भूकंप के झटकों का असर बिहार तक में नजर आया। जी हां, बिहार के कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए है। इस दौरान नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि, ''सुबह करीब 7:58 मिनट पर झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 5.5 दर्ज की गई।'' हालांकि, भूकंप के कारण किसी के भी जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
भूकंप की स्थिति में इन बातों का रखें ध्यान :
भूकंप आने पर आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें।
भूकंप के झटके बंद होने तक बाहर ही रहें।
यदि आप गाड़ी चला रहे हो तो गाड़ी को रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें।
पुल या सड़क पर जाने से बचें।
भूकंप आने के वक्त यदि आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं।
यदि आप घर से बाहर नहीं निकल सकते हैं तो, घर के किसी कोने में चले जाएं।
घर में कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें।
भूकंप के समय लिफ्ट का इस्तेमाल करने से बचें।
क्यों आता है भूकंप :
भूकंप की खबरें सामने आते ही कई लोगों के मन में सवाल आता ही होगा कि, आखिर क्यों बार-बार भूकंप के झटके लग रहे हैं। दरअसल, धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती है। इनर कोर, आउटर कोर, मैन्टल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैक्टोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये टैक्टोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती है, जब यह प्लेट बहुत ज्यादा कंपित हो जाती हैं, तो भूकंप के झटके महसूस होते हैं।
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