ताइवान के तटीय इलाके और जापान का कुछ हिस्सा भूकंप से कांप उठा
ताइवान/जापान, दुनिया। जहां, पूरी दुनिया भर में कोरोना महामारी जैसे कई तरह के संकट जारी हैं। वहीं, भारत सहित पूरी दुनिया के कई देश प्राकृतिक आपदा जैसे भीषण गर्मी, बारिश, बर्फ़बारी और भूंकप के झटकों का भी सामना कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में आए दिन भूकंप के झटके महसूस होने से भारत के कई राज्यों के लोगों की मुश्किलें व डर और अधिक बढ़ रहा है। वहीं, आज ताइवान के तटीय इलाकों और जापान के इलाके से भूकंप के झटके महसूस किए जाने की खबर सामने आई है। फिलहाल किसी प्रकार के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है।
भूकंप की तीव्रता :
बताते चलें, आज सोमवार को ताइवान के तटीय इलाकों और जापान के क्षेत्र में भूकंप के बहुत तेज झटके महसूस किए गए हैं। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी -NCS) के अनुसार, रिक्टर पैमाने पर ताइवान के तटीय इलाकों और जापान में आए भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई। जबकि, भूकंप का केंद्र ताइवान के पूर्वी तट पर था, जो हुलिएन काउंटी के तट और दक्षिणी जापानी द्वीप योनागुनी के बीच था। वहीं, भूकंप के केंद्र की गहराई 27.5 किलोमीटर बताई जा रही है। ताइवान के पूर्वी तट पर भूकंप आने के बाद ताइपे में बनी बिल्डिंग हिलती हुई महसूस हुई। इसके अलावा फिलहाल भूकंप के इन झटकों से किसी तरह कोई नुकसान की खबर सामने नहीं आई है, लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि, इतने तेज झटकों से थोड़ा बहुत नुकसान तो हुआ ही होगा। खबरों के अनुसार, यहां भूकंप के यह झटके महसूस होते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर आकर खड़े हो गए।
भूकंप की स्थिति में क्या करें, क्या न करें
भूकंप आने पर आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों आदि से दूर रहें।
भूकंप के झटके महसूस बंद होने तक बाहर ही रहें।
यदि आप गाड़ी चला रहे हो तो गाड़ी को रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें।
पुल या सड़क पर जाने से बचें।
भूकंप आने के वक्त यदि आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं।
यदि आप घर से बाहर नहीं निकल सकते तो, घर के किसी कोने में चले जाएं।
घर में कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें।
भूकंप के समय लिफ्ट का इस्तेमाल करने से बचें।
क्यों आता है भूकंप :
भूकंप के बारे में आए दिन ही खबरें लगातार सामने आ रही हैं, किसी न किसी राज्य में भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं। ऐसे में बार-बार भूकंप के चलते मन में सवाल आता ही होगा कि, आखिर क्यों बार-बार भूकंप के झटके लग रहे हैं। दरअसल, धरती मुख्य रूप से चार परतों से बनी होती है। इनर कोर, आउटर कोर, मैन्टल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैक्टोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये टैक्टोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपित हो जाती हैं, तो भूकंप के झटके महसूस होते हैं।
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