पाक की नई करतूत-बलूचिस्तान के मानवाधिकार आयोग की वेबसाइट की बैन

पाकिस्‍तान में अपनी पोल खुलने के डर से बलूचिस्‍तान मानवाधिकार आयोग की वेबसाइट पर अनिश्चितकाल तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।
पाक की नई करतूत-बलूचिस्तान के मानवाधिकार आयोग की वेबसाइट की बैन
पाक की नई करतूत-बलूचिस्तान के मानवाधिकार आयोग की वेबसाइट की बैनPriyanka Sahu -RE

राज एक्‍सप्रेस। पाकिस्‍तान देश भी कोरोना वायरस की महामारी के संकट के दौर से गुजर रहा है। इस बीच वह अपने हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान बलूचिस्तान में लोगों की आवाजों को दबाने की लगातार कोशिशें करता रहा है और अब हाल ही में पाकिस्‍तान ने अपनी पोल खुलने के डर से बलूचिस्‍तान मानवाधिकार आयोग की वेबसाइट पर अनिश्चितकाल तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।

अनिश्चितकाल तक के लिए वेबसाइट बैन :

बताया जा रहा है कि, पाकिस्‍तान के प्राधिकरणों ने ये कदम आज मंगलवार को बलूचिस्‍तान मानवाधिकार आयोग की वेबसाइट पर अनिश्चितकाल तक के लिए बैन कर दिया है। यहां की स्थानीय मीडिया एजेंसी बलूचिस्‍तान पोस्‍ट के अनुसार, यह मानवाधिकार संगठन एक एनजीओ है और इस प्रांत में सक्रिय है। इस एनजीओ को कई तरह के मीडिया प्रतिबंधों का सामना करने को मजबूर होना पड़ा है। यह एनजीओ की कुछ विदेशी देशों जैसे स्‍वीडन, फ्रांस और यूके में भी मौजूद है।

खबरों के मुताबिक यह बात सामने आई है कि, पिछले कुछ सालों से यह संगठन बलूचिस्‍तान में मानवाधिकार उल्‍लंघनों की जानकारियों को इकट्ठा कर रहा है और इन सूचनाओं को अंतरराष्‍ट्रीय मीडिया और कुछ अन्य संगठनों को रिपोर्ट करता है। संगठन में कई तरह के स्‍वयंसेवी कार्यकर्ता और समर्थक हैं, जो बलूचिस्‍तान के हर इलाकों से सूचनाओं को इकट्ठा करते हैं और इसकी रिपोर्ट करते हैं।

वेबसाइट खोलने पर लिखा आ रहा ये :

बलूचिस्‍तान मानवाधिकार आयोग की वेबसाइट को अगर खोला जा रहा है तो, उसमें यह मैसेज लिखा आ रहा है-

'सर्फ सेफली! जिस साइट को आप एक्‍सेस करने की कोशिश कर रहे हैं उसमें ऐसी सामग्री है जो पाकिस्‍तान में देखने के लिए प्रतिबंधित है।'

मानवाधिकार आयोग का कहना :

पाकिस्‍तान द्वारा की गई इस करतूत के बाद बलूचिस्‍तान मानवाधिकार आयोग अपनी प्रतिक्रिया दी हैं, उन्‍होंने अपना बयान जारी कर कहा कि, वे निष्पक्ष तौर पर काम करने वाले मानवाधिकार संगठन हैं, न कि बलूचिस्तान में जंग के हालात पैदा करने वाले।

बता दें कि, पाकिस्‍तान द्वारा पहले से ही कुछ मीडिया व पत्रकारों पर भी प्रतिबंध लगा रखा है।

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