छतरपुर: हनीट्रैप मामला-क्राइम ब्रांच टीम असली या गिरोह वसूली
हाइलाइट्स :
हनीट्रैप मामलेे की आरती दयाल के माता-पिता गायब, घर में लगा ताला
हनीट्रैप मामले की इंचार्ज एसएसपी ने छतरपुर में आरती दयाल के घर पुलिस भेजने से इंंकार
छतरपुर में आइ क्राइम ब्रांच की टीम क्या फर्जी थीं
आरती दयाल के घर पर तलाशी के नाम पर गिरोह वसूली तो नहीं
राज एक्सप्रेस। हनीट्रैप मामले (Honey Trap Case) में रविवार 22 सितंबर को एक और नया मोड़ सामने आया है। इंदौर में गिरफ्तार हुई ब्यूटी ब्लैकमेलर छतरपुर निवासी आरती दयाल के घर छापामार कार्रवाई करने आई कथित 3 सदस्यीय इंदौर क्राइम ब्रांच टीम के असली होने पर सवाल उठ रहे हैं।
आरती दयाल के घर लगा ताला, माता-पिता लापता :
इस जांच की मुखिया इंदौर एसएसपी रूचिवर्धन मिश्रा ने ही पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए बताया कि, आरती दयाल के घर किसी टीम को नहीं भेजा गया था। रूचिवर्धन मिश्रा के इस जवाब के बाद बीते रोज आरती दयाल के घर पहुंची टीम संदेह के घेरे में आ गई है, उधर पुलिस के घर पहुंचने के बाद से ही आरती दयाल के घर पर ताला लगा हुआ है और उसके माता-पिता घर से लापता हो गए हैं।
उल्लेखनीय है कि, बीते रोज खुद को इंदौर क्राइम ब्रांच का सदस्य बताकर तीन लोग आरती दयाल के घर पहुंचे थे, इन लोगों ने अपने नाम एसआई गजेन्द्र कुमार, अभिषेक शर्मा और जे.एस. तोमर बताए थे। उक्त कथित पुलिस अधिकारी छतरपुर पुलिस की मदद लिए बगैर सीधे आरती दयाल के घर पहुंचे थे, हालांकि घर के भीतर मौजूद लोगों ने जब डेढ़ घंटे तक दरवाजे नहीं खोले तो ये लोग रहस्यमय तरीके से लापता हो गए।
तलाशी के नाम पर कोई गिरोह वसूली तो नहीं :
उधर, छतरपुर पुलिस के किसी भी अधिकारी को इनके आने की कोई सूचना भी नहीं थी, जब सिविल लाइन पुलिस ने स्वयं जानकारी लगने के बाद इंदौर से आए उक्त पुलिसकर्मियों से बात कर मदद करने की पेशकश की, तो इन लोगों ने मना भी कर दिया था। अब संदेह गहरा रहा है कि, क्या आरती दयाल के घर पर तलाशी के नाम पर कोई गिरोह वसूली तो नहीं कर रहा है, अथवा यहां मौजूद साक्ष्यों से अवैधानिक तरीके से छेड़छाड़ की कोशिश तो नहीं की जा रही है। बता दें कि, हाई-प्रोफाइल हनी ट्रैप के खुलासे के बाद से हड़कंप मचा हुआ है, इस मामले के सामने आने के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज है।
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